हाल ही में, पूर्व क्रिकेटर कपिल देव के द्वारा आईपीएल को लेकर दिया गया बयान काफी सुर्ख़ियों में है। उन्होंने ‘चैंपियंस ऑफ आकाश 2022’ कार्यक्रम में कई चीजों पर बात की। कपिल ने कहा कि अगर खिलाड़ियों को आईपीएल खेलने में दबाव महसूस होता है तो उन्हें यह लीग नहीं खेलनी चाहिए।
पिछले 39 सालों में क्रिकेट का स्वरुप काफी बदल गया है। कपिलदेव ने साल 1983 में अपनी कप्तानी में भारत को वनडे विश्व कप जिताया था। इसके बाद से ही भारत में क्रिकेट की सूरत बदल गई और खिलाड़ियों को इसका फायदा हुआ। टेस्ट और वनडे के अलावा T20 जैसे फॉर्मेट की शुरुआत हुई।
उन्होंने अपने बयान में कहा कि “मुझे खेलने का जुनून था। यही अंतर है। मैं विषय को थोड़ा बदलना चाहूंगा। मैं इन दिनों टीवी पर बहुत कुछ सुनता हूं। लोग कहते हैं, ‘दबाव है, हम आईपीएल खेलते हैं, बहुत दबाव है’। मैं केवल एक ही बात कहता हूं। ‘मत खेलो’। यह दबाव क्या है? यदि आप क्रिकेट से प्यार करते हैं, तो कोई दबाव नहीं होना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा “ये ‘अमेरिकी शब्द’ हैं, दबाव हो या अवसाद। मुझे यह समझ नहीं आता। मैं एक किसान हूं। मैं वहां से आया हूं। हम मजे के लिए खेले और जहां आनंद है, वहां दबाव नहीं हो सकता।” कपिल देव के बयान पर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें लगता है कि कपिल जिस समय खेलते थे और मौजूदा समय में जनरेशन गैप की वजह से चीजें बदली हैं। ऐसे लोग भी हैं जो महसूस करते हैं कि कपिल सही हैं और आनंद के साथ दबाव नहीं हो सकता।