Kailasha Temple : भारत देश में रहस्यमयी मंदिरो की कोई कमी नहीं है। ऐसा ही एक मंदिर महाराष्ट्र के एल्लोरा केव्स में स्थित कैलासा मंदिर है। ये मंदिर एक अदभुत वास्तुकला का प्रतीक है। इस मंदिर को बनाने में केवल एक बड़े पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। आजतक इस बात को कोई नहीं समझ पाया है की उस समय में जब किसी प्रकार की आधुनिक तकनीक थी ही नहीं तो इस मंदिर का ऐसा दिव्य निर्माण कैसे और किसने किया।
ये मंदिर कई ऐसे राज़ समेटे हुआ है जिनसे पर्दा उठना अभी बाकी है। इस मंदिर की दीवारों पर गूदे लेख सदियों पुराने है। ये कोनसी भाषा में लिखे गए है , ये आजतक कोई पड़ नहीं पाया है। किसी भी मंदिर को बनाते समय पथरो को एक के ऊपर एक जमा कर बनाया जाता है।
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लेकिन , कैलासा मंदिर को एक पहाड़ के शीश के ऊपर से निचे काट ते हुए बनाया गया है। ठीक उसी तरह जैसे एक मूर्तिकार पत्थर से एक मूर्ति तराशता है , ये मंदिर एक पहाड़ से तराशा गया है।आज के वैज्ञानिक ये अनुमान लगाते है की मंदिर बनाने में ४ लाख टन पत्थर काटकर हटाया गया होगा।
इस हिसाब से अगर ७००० मजदूर १५० वर्ष तक काम करे तब ही मंदिर बन सकता है। लेकिन ये मंदिर महज़ १७ वर्ष में बनकर तैयार हो गया था।उस काल में जब बड़ी मशीने , बारीक औज़ार नहीं होते थे , तो इतने सारे पत्थर कैसे काटे गए। ऐसे ही कई सवाल ये मंदिर अपने अंदर दबाये बैठा है जिनका जवाब वैज्ञानिक भी नहीं दे पा रहे है।