पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) के पूर्व कप्तान और कोच जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने एक विवादित बयान देकर पूरे क्रिकेट जगत मे खलबली मचा दी है। जाहिर सी बात है कि ये बात बीसीसीआई को पसंद नहीं आने वाली है। दरअसल, मियांदाद ने पाकिस्तान को भारत मे होने वाले आईसीसी विश्व कप को बॉयकॉट करने की सलाह दी है। भारत के प्रति जगर उगला और कहा कि पाकिस्तान को मैच खेलने के लिए पड़ोसी देश का दौरा तब तक नहीं करना चाहिए, जब तक बीसीसीआई अपनी टीम को यहां भेजने के लिए सहमत नहीं हो जाए।
मियांदाद ने भारत के खिलाफ फिर से उगला जहर
एशिया कप 2023 के लिए शेड्यूल का एलान किया जा चुका है। इस दौरान कुछ मैच पाकिस्तान मे तो कुछ मैच श्रीलंका मे खेले जाएंगे। भारत मेजबान पाकिस्तान जाने को तैयार नही था जिसके बाद पीसीबी चीफ नजम सेठी ने हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव दिया जिसको एसीसी द्वारा मंजूरी मिल गई। अब उम्मीद है कि जल्द ही आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल का एलान भी कर दिया जाएगा। आईसीसी द्वारा तैयार किए गए ड्राफ्ट के मुताबिक, पाकिस्तान को 15 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत के खिलाफ विश्व कप का महामुकाबला खेलना है। हालांकि, पाकिस्तान के 66 साल के पूर्व कप्तान मियांदाद का मानना है कि अब भारत की बारी है कि वह पाकिस्तान का दौरा करे।
पाकिस्तान को विश्व कप 2023 बॉयकॉट करने की दी सलाह
पत्रकार से बातचीत करते हुए मियांदाद ने कहा, “जब तक भारत हमारे पास नहीं आए हमें नहीं जाना चाहिए। भारत को पाकिस्तान में आकर खेलना है। पहले यही होता था, एक साल वो आते थे, एक साल हम वहां जाते थे, पर जिस तरह अब वो व्यवहार कर रहे हैं… इंडिया जब तक हमारे पास नहीं आता और नहीं खेलता, हमें कोई जरूरत नहीं है वहां जाने की। हम उनसे बेहतर हैं। हमारी क्रिकेट उनसे बहुत ऊंची है और जबरदस्त है। हमें इनकी फिकर नहीं है। ना आओ, मैं कहता हूं कि भाड़ में जाओ नहीं आते तो हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।”
“खेल को राजनीति से मिक्स नहीं करना चाहिए” – मियांदाद
मियांदाद का मानना है कि खेल को राजनीति से मिक्स नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, ”मैं हमेशा कहता हूं कि कोई भी अपना पड़ोसी नहीं चुन सकता है। बेहतर यही होगा कि हम एक-दूसरे के साथ समझौता करके चले। मैंने हमेशा कहा कि क्रिकेट ऐसा खेल है, जो लोगों को एक-दूसरे के करीब लाता है। वो देशों के बीच गलतफहमी को खत्म कर सकता है।” बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब उन्होगे ऐसे राग भारत के खिलाफ अलापे हैं। इससे पहले भी वो इसी तरह की जहर उगलते रहें हैं। भारत के विरोध के बाद हाइब्रिड मॉडल पर खेल होने से पाकिस्तान को निश्चित रुप से दुख पहुंचा है। अब इस तरह के बयान के बाद देखना होगा कि बीसीसीआई की तरफ से क्या प्रतिक्रिया सामने आती है।