Friday, November 22, 2024
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Jagannath Rath Yatra 2023 : 20 जून 2023 को मनाया जाएगा रथ यात्रा का महापर्व, जानिए इसका पौराणिक इतिहास

Jagannath Rath Yatra 2023 : हर वर्ष आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा का महापर्व मनाया जाता हैं। भगवान के रथ यात्रा का ये पावन पर्व देश के अलग-अलग हिस्सों में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन ओडिशा के पूरी में इस दिवस (Jagannath Rath Yatra 2023) पर अलग ही धूम देखने को मिलती है। जहां इस यात्रा को देखने के लिए और भगवान जगन्नाथ, बलभद्र जी और देवी सुभद्रा के दर्शन करने के लिए लोग दूर दराज से आते हैं। इस बार जगन्नाथ जी की रथ यात्रा का उत्सव 20 जून 2023 को पुरी में मनाया जाएगा।

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जगन्नाथ रथ यात्रा निकाले का समय

हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्लपक्ष की द्वितीया तिथि का आरंभ 19 जून 2023 को 11 बजकर 25 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन 20 जून 2023 को दोपहर 01 बजकर 7 मिनट पर होगा। ऐसे में उदय तिथि के आधार पर रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra 2023) का महापर्व 20 जून 2023 को मनाया जाएगा।

जगन्नाथ यात्रा का धार्मिक महत्व

पौराणिक कथाओं के अनुसार, पुरी के प्राचीन शहर को बहुत ज्यादा पवित्र माना जाता है। इसके अलावा इस जगह को चार धामों में से एक भगवान जगन्नाथ का घर भी कहा जाता हैं, जिसके भीतर भगवान कृष्ण जगन्नाथ जी के रूप में निवास करते हैं। इसके अलावा इस मंदिर में कृष्ण जी के बड़े भाई बलभद्र यानी बलराम, बहन सुभद्रा और कई अन्य देवी-देवता भी मौजूद हैं।

प्रचलित मान्यता के अनुसार, कहा जाता है कि जो भी भक्त इस दिव्य रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra 2023) में भाग लेता है, उसके ऊपर हमेशा कृष्ण जी अपनी कृपा बरसाते हैं।

जगन्नाथ यात्रा का पौराणिक इतिहास

पौराणिक मान्यता के अनुसार, कहा जाता है एक बार कृष्ण जी की बहन सुभद्रा ने उनके और बलराम जी के साथ नगर भ्रमण की इच्छा व्यक्त की थी, जिसके बाद दोनों भाई अपनी लाड़ली बहन को लेकर भ्रमण के लिए निकल गए। इस दौरान वह अपनी मौसी गुंडिचा के घर 7 दिनों तक विश्राम करते हैं। माना जाता है कि तब से लेकर आज तक उसी तरह भगवान कृष्ण की जगन्नाथ जी के रूप में भव्य यात्रा निकाली जाती हैं। इस रथ यात्रा में भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम का रथ सबसे आगे रहता है, उसके पीछे देवी सुभद्रा का और अंत में भगवान जगन्नाथ का रथ चलता है।

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