Israel Hamasa War : 7 अक्तूबर 2023 को हमास ने इस्राइल पर अचानक हमला करते हुए दक्षिणी सीमा में घुसपैठ की और इस्राइली सुरक्षा व्यवस्था को भेदते हुए भीषण रक्तपात मचाया। इस हमले में लगभग 1,200 इस्राइली नागरिक मारे गए और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया। यह घटना एक ऐसा मोड़ साबित हुई जिसने दोनों पक्षों के बीच पहले से तनावपूर्ण संबंधों को युद्ध के भयानक रूप में बदल दिया।
हमले के बाद इस्राइल की जवाबी कार्रवाई
हमास के हमले के तुरंत बाद, इस्राइल ने गाजा पट्टी में जवाबी हमले शुरू किए और एक साल तक यह युद्ध जारी रहा। इस दौरान इस्राइली सेना (आईडीएफ) ने गाजा पट्टी में करीब 40,000 ठिकानों पर बमबारी की। 4,700 सुरंगों और 1,000 रॉकेट लांचर स्थलों को नष्ट करने का दावा किया गया। युद्ध की शुरुआत से अब तक गाजा से इस्राइल में 13,200 रॉकेट दागे गए, जिनमें से लेबनान से 12,400, सीरिया से 60, यमन से 180, और ईरान से 400 रॉकेट शामिल थे। आईडीएफ ने दावा किया कि लेबनान में 800 से ज्यादा सशस्त्र लड़ाकों को मार गिराया गया और 4,900 हवाई और 6,000 जमीनी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
वेस्ट बैंक और जॉर्डन घाटी में 5,000 से अधिक संदिग्धों की गिरफ्तारी भी इस्राइली सेना द्वारा की गई। आईडीएफ ने बताया कि पिछले एक साल में गाजा में आठ ब्रिगेड कमांडरों, 30 बटालियन कमांडरों और 165 कंपनी कमांडरों को मार गिराया गया।
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गाजा में नुकसान का परिमाण | Israel Hamasa War
हमास-नियंत्रित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस्राइली हमलों में 42,000 से अधिक फलस्तीनी नागरिक मारे गए हैं। मृतकों में आम नागरिकों के साथ-साथ हमास और अन्य सशस्त्र संगठनों के सदस्य भी शामिल हैं। इसके अलावा, कई हमास सदस्यों की मौत रॉकेट मिसफायर के कारण हुई।
इस्राइल के नुकसान | Israel Hamasa War :
हमले के बाद से, इस्राइल ने इस संघर्ष में भारी मानवीय और सैन्य नुकसान झेला है। 7 अक्तूबर 2023 से अब तक 726 इस्राइली सैनिक मारे गए, जिनमें से 380 सैनिक हमास के शुरुआती हमले में मारे गए और 346 सैनिक 27 अक्तूबर से गाजा में शुरू हुई लड़ाई में। इस्राइल में घायल सैनिकों की संख्या 4,576 हो गई है। इसके अतिरिक्त, ऑपरेशनों के दौरान हुई दुर्घटनाओं में 56 सैनिक मारे गए।
युद्ध के चलते 300,000 आरक्षित सैनिकों को भर्ती किया गया, जिसमें 82% पुरुष और 18% महिलाएं शामिल थीं। इस दल में आधे से अधिक सैनिकों की उम्र 20 से 29 वर्ष थी।
हमास और हिजबुल्ला के नेताओं की मौत
गाजा में युद्ध छिड़ने के बाद, ईरान समर्थित हिजबुल्ला, यमन के हूती, और फिलिस्तीन का इस्लामिक जिहाद संगठन भी इस्राइल के खिलाफ खड़े हो गए। इसी बीच, 31 जुलाई 2024 को हमास प्रमुख इस्माइल हनिया, तेहरान में हुए एक विस्फोट में मारा गया। हनिया ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए वहां पहुंचे थे। हमास ने इस हमले का दोष इस्राइल पर मढ़ा, लेकिन इस्राइल ने इस पर कोई पुष्टि नहीं की।
इसके कुछ समय बाद, 28 सितंबर 2024 को इस्राइल ने बेरूत के दक्षिणी उपनगरों पर व्यापक हमला किया, जिसमें हिजबुल्ला प्रमुख हसन नसरल्ला मारा गया। अगले दिन हिजबुल्ला ने नसरल्ला की मृत्यु की पुष्टि की।
युद्धविराम की नाकाम कोशिशें
इस एक साल के युद्ध के दौरान कई बार संघर्ष विराम की कोशिशें हुईं, लेकिन हर बार यह प्रयास असफल रहे। हमास और इस्राइल दोनों ने अपनी-अपनी स्थितियों पर अड़े रहकर संघर्ष विराम को नकार दिया।
हमास-इस्राइल युद्ध पिछले एक साल में भयानक विनाशकारी रूप में परिवर्तित हो चुका है। दोनों पक्षों के हजारों नागरिकों और सैनिकों की मौत हो चुकी है, और एक शांतिपूर्ण समाधान फिलहाल नजर नहीं आ रहा है।