इंदौर के पटेल नगर में स्थित बालेश्वर मंदिर में कल रामनवमी के अवसर पर बड़ा हादसा हो गया। हादसे में अब तक 35 लोगों ने अपनी जान गवा दी है जबकि 18 लोगों को बचा लिया गया है। घायलों को बचाने के लिए कल दोपहर से ही रेस्क्यू अभियान चल रहा है। हालांकि अभी भी कुछ लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली है। बताया जा रहा है कि हादसा अवैध निर्माण के कारण हुआ है। दरअसल, अतिक्रमण के कारण मंदिर में स्थित कुंए के आसपास की जमीन में कई गड्ढे खोद दिए गए थे जिससे बड़ा हादसा हो गया।
राम नवमी के दिन छत ढहने से 35 की मौत
गौरतलब है कि रामनवमी के दिन पहुंचे श्रद्धालुओं की कुएं की छत ढहने की वजह से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कुएं का निर्माण अवैध तरीके से किया गया था, जबकि सच ये है कि मंदिर ही अवैध रूप से बनाया गया था। इंदौर के पटेल नगर के रहवासियों ने बताया कि बालेश्वर धाम महादेव मंदिर एक बगीचे में स्थित है जहां एक कुएं भी है। रहवासियों ने आगे बताया कि पहले कुएं के ऊपर पहले एक टंकी बनाई गई फिर एक ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने वहां मंदिर बनाने का फैसला लिया। मंदिर बनाने के दौरान कुएं के पास बड़े-बड़े गड्ढे खोदे गए, जिससे आसपास की जमीन कमजोर पड़ गई।
सीएम ने आर्थिक मदद का किया ऐलान
मंदिर की बावड़ी की छत गिरने से बड़ा हादसा हो गया। हालांकि कल दोपहर से ही बचाव कार्य जारी है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना की जांच के आदेश दिए है। इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाने का बात कही गई है। एक पुरानी बावड़ी को मठ प्रबंधन ने बिना भरे ही ढक दिया था जिसके चलते दुर्घटना हो गई। राहत बचावकर्मियों ने सीढ़ी और रस्सी के जरिए लोगों को बावड़ी से बाहर निकाला है। कल दोपहर से ही रेस्क्यू ऑपरेशन बिना रुके चलाया जा रहा है। NDRF और SDRF की टीमें भी लोगों को बचाने के लिए मौके पर मौजूद है।