Indonesia volcanic eruption: इंडोनेशिया में हाल के दिनों में माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी के लगातार विस्फोटों से दहशत का माहौल बना हुआ है। पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत के फ्लोरेस द्वीप पर स्थित यह ज्वालामुखी इस महीने की शुरुआत में फटा था, जिसके बाद से इलाके में राख के बादल और धुएं का गुबार छा गया है। 1,584 मीटर ऊंचे इस ज्वालामुखी से निकलने वाली राख और लावा के कारण 12,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, जबकि अधिकारियों का कहना है कि विस्फोट की तीव्रता बढ़ने पर और अधिक निवासियों को निकाला जा सकता है।
इस विस्फोट की वजह से हवाई यात्रा पर भी गंभीर असर पड़ा है। राख के बादलों के कारण हवाई सुरक्षा को खतरा होने की आशंका जताई जा रही है, जिसके चलते एयर इंडिया और इंडिगो ने अपने कुछ उड़ानें रद्द कर दी हैं। एयर इंडिया ने 13 नवंबर 2024 को दिल्ली से बाली जाने वाली फ्लाइट एआई 2145 और वापसी की फ्लाइट एआई 2146 को रद्द कर दिया है। इसी तरह, इंडिगो ने भी बाली के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। एयरलाइंस कंपनियों ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है, इसलिए उड़ान रद्द करने का निर्णय लिया गया है।
ये भी पढ़े:-Vivo Y27s : इंडोनेशिया में लॉन्च हुआ वीवो का ये शानदार फोन, जानें फीचर्स और कीमत
इंडोनेशिया में सक्रिय ज्वालामुखियों की संख्या अधिक है, क्योंकि यह क्षेत्र ‘रिंग ऑफ फायर’ का हिस्सा है, जहां टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल के कारण ज्वालामुखी और भूकंप की घटनाएं आम हैं। माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी के ताजा विस्फोटों के बाद इंडोनेशियाई प्रशासन ने इलाके में अलर्ट जारी किया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए हैं। निकासी अभियान में स्थानीय पुलिस, सेना और बचाव दल लगे हुए हैं।
इस स्थिति से जनजीवन प्रभावित हो रहा है, और विमानन सेवाओं के रद्द होने से पर्यटकों पर भी असर पड़ा है, क्योंकि बाली इंडोनेशिया का प्रमुख पर्यटन स्थल है। इंडोनेशियाई सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और लगातार राहत व बचाव कार्यों में जुटी हुई है। यदि स्थिति नहीं सुधरी तो आगे भी लोगों के विस्थापन की संभावना बनी हुई है।