सुहाग के खातिर महिलाएं क्या कुछ नहीं करती। लेकिन हरियाणा के फरीदाबाद में एक पत्नी ने अपने पति की सरकारी नौकरी के लिए सारी हदे पार कर दी। महिला को कुछ लोगो ने पती की सरकारी नौकरी का लालच देकर झांसे में फसाया और बदले में किडनी दान करने के लिए माना लिया। इतना ही नहीं, महिला की किडनी को निकालकर एक मरीज को ट्रांसप्लांट भी कर दिया गया। जब महिला को ठगी का अहसास हुआ तो उसने फौरन ही पुलिस को जानकारी दी। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
ऐसे फसाया नौकरी के जाल में
पुलिस के अनुसार, यह घटना सौंहद होडल पलवल की रिंकी सौरोत के साथ हुई जो यहां पति के साथ बल्लभगढ़ में रहती हैं। प्रवक्ता के अनुसार, रिंकी ने पुलिस को बताया कि करीब दो साल पहले पति के फेसबुक अकाउंट पर किडनी दान करने की अपील का विज्ञापन देखा था। उन्होंने विज्ञापन पर क्लिक कर दिया। कुछ समय बाद किडनी दान के लिए रिंकी को फोन आने लगे। लेकिन महिला ने ऐसा करने से मना कर दिया। फिर आरोपियों ने उसे उसके पति की सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया और वह उसमें फंस गई।
केवल परिवार जन ही दान कर सकते हैं किडनी
आरोपियों ने बताया कि सरकार के नियमानुसार किडनी केवल परिवार के सदस्य ही दे सकते हैं। इस लिए आरोपियों ने कुछ कागजात तैयार किए, जिसमें पत्नी अंबिका के नाम से रिंकी का फर्जी आधार कार्ड और शादी पंजीकरण सर्टिफिकेट बनवाया। महिला का आरोप है कि क्यूआरजी अस्पताल में उसकी किडनी विनोद को प्रतिरोपित की गई। महिला ने अस्पताल के कर्मियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है। मामले की जांच कर रहे एसीपी ओल्ड फरीदाबाद महेंद्र वर्मा का कहना है मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आरोपों की सच्चाई का पता लगेगा। आरोप पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार किया जाएगा।