Hepatistis B : मानव शरीर के बाहरी अंग जितने महत्वपूर्ण है उससे कहीं ज्यादा अंदरूनी अंग महत्वपूर्ण बताए जाते हैं। सही मायनों में तो हमारा शरीर बाहरी अंगों से काम करता है लेकिन इस बात में भी शक नहीं है की बाहर के अंग अंदरूनी अंग से काम करते हैं। हम जो भी काम करते है फिर वो चाहे चलना, दौड़ना, लिखना, बैठना, शरीर के किसी भी हिस्से को चलाना हो सभी काम कहीं न कहीं हमारे अंदरूनी अंगों से जुड़े होते हैं। वैसे तो शरीर के अंदर के सभी अंग जीवन जीने के लिए जरूरी हैं लेकिन आज हम एक ऐसे अंग की बात करने वाले हैं जो बाकी सभी अंगों की तुलना में शरीर को चलाने के लिए ज्यादा जिम्मेदार होता है।
अगर इंसान का शरीर मशीन हो तो लिवर (LIVER) यानि यकृत को हम इंजन मान सकते हैं। लिवर हमारे शरीर के जरूरी हिस्सों में से एक है। लिवर का काम होता है हमारे शरीर में रक्त को छानना। लिवर रक्त को छानकर साफ रक्त अलग करता है और रक्त से गंदगी और जहरीले पदार्थों को मल-मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देता है। लिवर के काम को जानकर तो आप इसकी विशेषता को समझ ही गए होंगे। अगर हमारा लिवर रोगी हो जाता है तो संभव है की हमारे शरीर को न तो साफ रक्त मिलेगा न ही शरीर की गंदगी बाहर निकलेगी। बात करते हैं लिवर की एक ऐसी बीमारी के बारे में जिसका पिछले कुछ समय से भारत देश तेजी से शिकार हो रहा है।
हेपेटाइटिस बी (HEPATITIS B)
हेपेटाइटिस बी लिवर में होने वाली एक ऐसी बीमारी है जो “हेपेटाइटिस बी” नाम के वायरस से होती है। ये वायरस लिवर के टिशू यानि ऊतक में सूजन पैदा कर देता है। एक बार लिवर के टिशू में सूजन हो जाती है। उसके बाद धीरे-धीरे हमारे लिवर को काम करने में परेशानी होने लगती है।
शरीर में कैसे पँहुच सकता हैं हेपेटाइटिस बी वायरस ? | Hepatistis B
जन्म के समय माँ के द्वारा बच्चे में ये वायरस पहुँच सकता है।
शरीर के द्रव्य पदार्थ जैसे रक्त, मासिक धर्म, लार के माध्यम से भी ये वायरस शरीर में पहुँच सकता है।
किसी नुकीली चीज से बार-बार काटने या छेदने से भी ये वायरस शरीर में पहुँच सकता है।
नशीले पदार्थों का सेवन करने वालों में ज्यादा इन्जेक्शन या सीरेंज लगाने से भी ये वायरस फैलता है।
यौन संबंध से वीर्य और योनि द्रव्य से भी इस वायरस के फैलने की संभावना रहती है।
शरीर को कैसे नुकसान पहुचाता है हेपेटाइटिस बी वायरस ? |Hepatistis B
हेपेटाइटिस बी वायरस सबसे पहले लिवर सेल (LIVER CELL) यानि लिवर की कोशिकायों में पहुंचता है। वहाँ ये वायरस एक और नया हेपेटाइटिस बी वायरस बनाता है और लिवर सेल को छोड़ देता है। अब नया हेपेटाइटिस बी वायरस अकेले लिवर में और भी वायरस बनाता है और धीरे-धीरे लिवर के सारे सेल और टिशू में ये वायरस फैल जाते हैं।
भारत में तेजी से फैल रही है ये बीमारी
हेपेटाइटिस बी बीमारी के रोगी चीन में सबसे अधिक पाए जाते हैं। आंकड़ों के अनुसार चीन में 87 मिलियन लोग हेपेटाइटिस बी के शिकार हैं। जो पूरी दुनिया के हेपेटाइटिस बी के रोगियों का लगभग एक तिहाई हिस्सा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार हेपेटाइटिस बी की बीमारी में विश्व भर में चीन के बाद भारत दूसरे स्थान पर आ गया हैं। नए आंकड़ों के अनुसार भारत में कुल 40 मिलियन लोग हेपेटाइटिस बी का शिकार हैं और इनमे भी नवयुवकों की संख्या अधिक है।
हेपेटाइटिस बी के लक्षण
अचानक तेज बुखार आना।
भूख न लगना और उलटी जैसा मन होना।
पीलिया के लक्षण दिखना जैसे आँखें, नाखून और पेशाब का पीला होना।
पेट दर्द होना और पेट में सूजन होना।
हाथ पैरों और शरीर के अन्य हिस्सों में भी सूजन हो जाना।
पेशाब का रुक जाना और पेट में पानी भर जाना।
शरीर के सभी जोड़ों में दर्द रहना।
Cholangiocarcinoma:
Risk Factor are-
1. Primary sclerosing cholangitis(PSC).
2. Choledochal cyst.
3. Hepaticolithiasis.
4. Lynch Syndrome ii.
5. Previous bilioentric anastomosis.
6. Chlonorchis sinensis infestation(Liver flukes).
7. Hepatistis B and Hepatitis C … pic.twitter.com/0ljFtmg5hr— Dr. Johnny Stewart. MD , FRCSC / RMC, CAF (@DrJonnys) December 8, 2019
हर समय कमजोरी और थकान महसूस होना।
कैसे करें हेपेटाइटिस बी से रोकथाम ?
हेपेटाइटिस बी की वैक्सनैशन यानि टीका समय से लगवाना चाहिए।
लिवर में थोड़ा सा भी इन्फेक्शन होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह ले।
पीलिया के हल्के लक्षण होने पर ही परहेज करें।
अत्यधिक लोगों के साथ यौन संपर्क में न आएं।
नशीले पदार्थों का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।
एक ही इन्जेक्शन या सीरेंज का बार-बार इस्तेमाल न करें।
ऐसे पदार्थों का सेवन कम करे जिनमे से जहरीले पदार्थों को निकालने के लिए लिवर को ज्यादा मेहनत करनी पड़े।
Disclaimer – (इस आर्टिकल में बताई गई जानकारियां सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इस आर्टिकल में बताए गए सलाह और विचार को प्रयोग में लाने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें . South Block Digital यहां दी गई जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है)