Thursday, September 19, 2024
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Haryana Vidhansabha Election 2024 : जल्द आने वाली है बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली सूची, इन्हें मिल सकता है टिकट

Haryana Vidhansabha Election 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 के लिए तैयारियां जोरों पर हैं, और बीजेपी अपनी पहली सूची को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है। मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए, बीजेपी के लिए इस चुनाव में कई चुनौतियां सामने आ सकती हैं। आइए, इस पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हैं:

बीजेपी की संभावित उम्मीदवार सूची

बीजेपी की पहली सूची में कई प्रमुख चेहरे शामिल हो सकते हैं, जिनमें से कुछ पहले भी मंत्री पद संभाल चुके हैं। ऐसे नेताओं पर बीजेपी ने दोबारा दांव लगाने का निर्णय लिया है, ताकि पार्टी को सत्ता में बनाए रखा जा सके। संभावित उम्मीदवारों की सूची निम्नलिखित है:

फरीदाबाद ओल्ड से विपुल गोयल: विपुल गोयल ने पहले भी विधानसभा में अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है और इस बार भी उनका नाम सूची में शामिल हो सकता है।

तिगांव से राजेश नागर: राजेश नागर का नाम भी पहली सूची में शामिल हो सकता है, जिन्हें पिछले चुनाव में भी बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया था।

पृथला से दीपक डागर: दीपक डागर का नाम भी संभावित उम्मीदवारों में चर्चा में है।

बल्लभगढ़ से मूलचंद शर्मा: मूलचंद शर्मा, जो कि पहले भी इस क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं, उनका नाम भी शामिल हो सकता है।

होडल से हरेंद्र राम रतन: हरेंद्र राम रतन का नाम भी इस सूची में है।

पलवल से गौरव गौतम: गौरव गौतम का नाम भी चर्चा में है।

सोहना से तेजपाल तंवर: तेजपाल तंवर, जिन्होंने पहले भी चुनाव लड़ा है, इस बार भी उम्मीदवार हो सकते हैं।

अटेली से आरती राव: आरती राव का नाम भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल है।

रेवाड़ी से मंजू यादव: मंजू यादव का नाम भी चर्चा में है।

बावल से संजय मेहरा: संजय मेहरा का नाम भी पहली सूची में शामिल हो सकता है।

नांगल से चौधरी अभय सिंह यादव: अभय सिंह यादव का नाम भी सूची में शामिल है।

लाडवा से नायब सिंह सैनी: नायब सिंह सैनी का नाम भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल है।

अंबाला कैंट से अनिल विज: अनिल विज, जो कि पहले भी मंत्री रह चुके हैं, इस बार भी उम्मीदवार हो सकते हैं।

अंबाला सिटी से असीम गोयल: असीम गोयल का नाम भी पहली सूची में शामिल हो सकता है।

थानेसर से सुभाष सुधा: सुभाष सुधा का नाम भी चर्चा में है।

जींद से महिपाल डांडा: महिपाल डांडा का नाम भी संभावित उम्मीदवारों में है।

पानीपत से प्रमोद विज: प्रमोद विज का नाम भी सूची में शामिल हो सकता है।

जींद से कृष्ण मिड्डा: कृष्ण मिड्डा का नाम भी चर्चा में है।

लोहारू से जेपी दलाल: जेपी दलाल का नाम भी पहली सूची में शामिल हो सकता है।

तोशाम से श्रुति चौधरी: श्रुति चौधरी का नाम भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल है।

जगाधरी से कंवर पाल गुर्जर: कंवर पाल गुर्जर का नाम भी सूची में शामिल हो सकता है।

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बीजेपी के लिए प्रमुख चुनौतियां | Haryana Vidhansabha Election 2024

हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जो इस प्रकार हैं:

1. सत्ता विरोधी लहर

हरियाणा में राजनीतिक इतिहास यह दर्शाता है कि 1977 के बाद से कोई भी पार्टी लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत से सरकार नहीं बना पाई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में 10 में से 9 सीटें जीतने वाली बीजेपी को 2024 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ 5 सीटों पर ही जीत मिली है। इसका प्रभाव आगामी विधानसभा चुनाव पर भी पड़ सकता है, जहां सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है।

2. किसानों की नाराजगी

हरियाणा में कृषि का मुद्दा चुनाव के केंद्र में रहने वाला है। केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का व्यापक विरोध हुआ था, जो बाद में वापस लिए गए। लेकिन इसके बावजूद, एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) को लेकर किसानों की नाराजगी अभी भी बनी हुई है, जो बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है।

3. जातिगत ध्रुवीकरण

हरियाणा का सामाजिक ढांचा काफी जटिल है, जहां जाट और गैर-जाट समुदायों के बीच ध्रुवीकरण की संभावना रहती है। जाट समुदाय में बीजेपी के प्रति नाराजगी की खबरें आई हैं। इसके अलावा, दलित समुदाय भी महत्वपूर्ण है, और बीएसी (भारतीय अंबेडकर पार्टी) भी चुनावी मैदान में होगी, जो बीजेपी के वोट बैंक को प्रभावित कर सकती है।

4. बीजेपी में गुटबाजी

बीजेपी के अंदर भी गुटबाजी की खबरें आई हैं। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच मतभेद की अटकलें लगाई जा रही हैं। अगर यह गुटबाजी बढ़ती है, तो इसका प्रभाव चुनाव परिणामों पर पड़ सकता है।

5. अग्निवीर और पहलवानों का मामला

अग्निवीर योजना को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में नाराजगी है, जहां से बड़ी संख्या में युवा सेना में भर्ती होते हैं। इसके अलावा, महिला पहलवानों के साथ हुई घटनाओं को लेकर भी नाराजगी बनी हुई है, जो बीजेपी के खिलाफ जा सकती है।

बीजेपी की रणनीति और भविष्य की संभावनाएं

बीजेपी की आगामी चुनावी रणनीति का मुख्य आधार सत्ता विरोधी लहर को खत्म करना और किसानों के बीच अपनी छवि को सुधारना होगा। इसके लिए पार्टी को अपने मौजूदा जनप्रतिनिधियों पर दोबारा भरोसा करना पड़ सकता है और नए चेहरों को मौका देना होगा, जो जनता के बीच लोकप्रिय हों।

जातिगत ध्रुवीकरण को रोकने के लिए बीजेपी को जाट और गैर-जाट दोनों समुदायों के बीच संतुलन बनाना होगा। इसके साथ ही, पार्टी को अपनी आंतरिक गुटबाजी को भी नियंत्रित करना होगा, ताकि चुनावी अभियान में कोई बाधा न आए।

हरियाणा में बीजेपी के सामने कई चुनौतियां हैं, जिन्हें पार करके ही वह दोबारा सत्ता में आ सकती है। पार्टी को अपनी रणनीति में बदलाव करने और जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ बनाने की जरूरत होगी। केवल उसी स्थिति में बीजेपी हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में अपनी जीत सुनिश्चित कर पाएगी।

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