Hariyali Amavasya 2024 In Hindi: हिन्दू धर्म में साल में आने वाली सभी अमावस्या का बहुत महत्व होता हैं। एक अमावस्या सावन के महीने में भी आती हैं जिसे हरियाली अमावस्या कहते हैं। हरियाली अमावस्या को श्रावणी अमावस्या भी कहते हैं। हरियाली अमावस्या सावन शिवरात्रि के एक दिन बाद और हरियाली तीज से तीन दिन पहले आती हैं।
इस महीने में चारों और हरियाली छा जाती हैं और मौसम बहुत सुहाना हो जाता हैं इसलिए इसे हरियाली अमावस्या कहते हैं। हरियाली अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की एक साथ पूजा की जाती हैं।
हरियाली अमावस्या का महत्व
हरियाली अमावस्या के दिन मुख्य रूप से पेड़-पौधों की पूजा की जाती हैं। ये दिन वृक्षारोपण के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता हैं। हरियाली अमावस्या का दिन अपने पितरों-पूर्वजों को दान-स्नान करने की दृष्टि से बहुत खास माना जाता हैं।
हरियाली अमावस्या का दिन मॉनसून ऋतु से जुड़ा हुआ हैं। इसलिए यह काल फसल और क खेतों के लिए अच्छी और लाभदायक मानी जाती हैं।इस साल हरियाली अमावस्या 4 अगस्त 2024 दिन मंगलवार को मनाई जाएगी।
ये भी पढ़ें : Chaturmas 2024 : 17 जुलाई से शुरू हो रहा है इस बार चातुर्मास, जानिए क्या करें और क्या नहीं
हरियाली अमावस्या की पूजा कैसे करे ? Hariyali Amavasya 2024 In Hindi
सबसे पहले नहाने के पानी मे गंगाजल को डालकर स्नान कर लें
माना जाता हैं हरियाली अमावस्या के दिन एक ने एक वृक्ष या पौधा जरूर लगाना चाहिए.
अपने पूरे घर में गंगाजल छिड़के और घर के मंदिर में भी साफ-सफ़ाई करें.
आंवला, पीपल, बरगद आदि जैसे पौधों पर जल चढ़ाएं.
अपने पितरों को भोग लगाएँ तथा उनसे सुख-शांति की प्रार्थना करें.
कुछ लोग अमावस्या का व्रत भी रखते हैं. पूरे साल में सभी अमावस्या का व्रत रखने वाले हरियाली अमावस्या का भी व्रत रख सकते हैं.
हरियाली अमावस्या के दिन सभी अमावस्या के समान व्रत और भोग लगते हैं