Harbhajan Singh vs Harsha Bhogle : क्रिकेट में अंपायरिंग को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं तेज हो गई है। दरअसल, साउथ अफ्रीका बनाम पाकिस्तान मैच के बाद दो दिग्गज अंपायरिंग के मुद्दे को लेकर एक दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं। पूर्व भारतीय दिग्गज स्पिनर रहे हरभजन सिंह ने अंपायर्स कॉल को लेकर सवाल उठाए हैं और पाकिस्तान की हार में इसको बड़ी वजह बताया। वहीं, हरभजन सिंह के सवाल पर हर्षा भोगले ने एक मजेदार जवाब दिया है। इसी की वजह से विश्व कप के मैच के दौरान खराब अंपायरिंग को लेकर एक बार फिर से बहस छिड़ गई है।
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हर्षा भोगले ने ट्वीट कर हरभजन सिंह को दिया जवाब
हरभजन सिंह के पाकिस्तान प्रेम वाले ट्वीट के बाद दिग्गज हर्षा भोगले ने ट्वीट कर लिखा, मुझे संदेह है कि अब “अंपायर्स कॉल” को फिर से समझाने का समय आ गया है। गेंद के पैड से टकराने के बाद, आप जो देखते हैं वह एक प्रक्षेपण है कि गेंद कहाँ रही होगी, यह वास्तविक गेंद नहीं है क्योंकि इसमें एक रुकावट आ गई है। यदि गेंद का 50% से अधिक हिस्सा स्टंप्स पर लगने का अनुमान है तो आप 100% आश्वस्त हो सकते हैं कि ऐसा होगा। लेकिन यदि गेंद का 50% से कम हिस्सा स्टंप्स से टकराने का अनुमान है, तो वर्तमान सटीकता स्तर 100% निश्चितता के साथ नहीं बता सकता कि गेंद स्टंप्स से टकराई होगी।
इसलिए, आप अंपायर के मूल निर्णय पर वापस जाते हैं क्योंकि आप उसके कॉल को पलटने के लिए पर्याप्त रूप से आश्वस्त नहीं हो सकते। यह बहुत अच्छा और न्यायपूर्ण तरीका है. जैसे-जैसे कैमरे बेहतर होते जा रहे हैं और अनुमानित पथ अधिक निश्चित होता जा रहा है हम एक ऐसे दिन तक पहुंच सकते हैं जब आप निश्चिंत हो सकते हैं कि भले ही अनुमानित पथ गेंद को केवल स्टंप्स से टकराता हुआ दिखाता हो लेकिन वास्तव में वह उन्हें हिट करती होगी।”
फिर तकनीक का क्या फायदा, ये सब बकवास है – हरभजन सिंह
इसके जवाब में हरभजन सिंह भड़क गए और भारतीय टीम के खिलाफ ही खराब टिप्पणी कर डाली। उन्होंने इस ट्वीट के रिप्लाई में लिखा, “गेंद स्टंप से टकराकर आउट हो गई हर्षा सिंपल! कल भारतीय टीम के साथ ऐसा हो सकता है। आईसीसी को या तो तकनीक या अंपायर कॉल पर टिके रहने की जरूरत है.. अगर अंपायर कॉल आखिरी कॉल है तो खेल में तकनीक की कोई जरूरत नहीं है। आपके पास एक सुझाव देने वाला और दूसरा नॉट आउट कहने वाला नहीं हो सकता! यह बकवास है।”
बता दें कि दक्षिण अफ्रीकी पारी के 46वें ओवर की आखिरी गेंद पर तबरेज शम्सी को एलबीडब्ल्यू करार देने की खूब अपील हुई। अंपायर ने जब शम्सी को आउट नहीं दिया तो कप्तान बाबर ने रिव्यू लिया। रिव्यू में गेंद लेग स्टम्प पर कुछ टकराती हुई नजर आ रही थी। यानी यहां अम्पायर कॉल दिया गया। अब क्योंकि फील्ड अंपायर का फैसला नॉट आउट था तो ऐसे में दक्षिण अफ्रीका को जीवनदान मिल गया। अगर यह विकेट मिल जाता तो यहीं पर मैच खत्म हो जाता और पाकिस्तान की टीम 7 रन से मुकाबला जीत जाती क्योंकि इस वक्त दक्षिण अफ्रीका 263 रन पर 9 विकेट गंवा चुकी थी।