लाखों यूजर्स के डेटा चुराने के मामले में भारत सरकार ने 348 मोबाइल एप पर बैन लगा दिया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री के अनुसार ये सभी एप लोगों के पर्सनल डाटा का चुपके से इस्तेमाल कर रहे थे। आईटी मंत्रालय ने इन एप्स पर बैन लगाया है क्यूंकि ये सभी एप यूजर्स का डाटा और पर्सनल जानकारी इकट्ठा कर, अनाधिकृत तरीके से देश के बाहर भेज रहे थे।
डाटा चुराने के आरोप में एप बैन
दरअसल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को संसद को सूचित करते हुए बताया कि सरकार ने अब तक कथित रूप से यूजर्स का डाटा एकत्र करने और इसे देश के बाहर सर्वर पर अनधिकृत तरीके से प्रसारित करने के लिए 348 एप्स को ब्लॉक कर दिया है।
लोकसभा में चंद्रशेखर ने दिया जवाब
लोकसभा में एक सवाल के जवाब में चंद्रशेखर ने कहा, “गृह मंत्रालय (एमएचए) ने 348 मोबाइल एप्लिकेशन की पहचान की थी, जो यूजर्स की जानकारी एकत्र कर रहे थे और इसे प्रोफाइलिंग के लिए देश के बाहर स्थित सर्वरों को अनधिकृत तरीके से प्रसारित कर रहे थे।” यह कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69 ए के तहत की गई है।
इससे पहले भी बैन हो चुके हैं एप
आपको बता दें कि सरकार समय-समय पर ये देखती रहती है कि कहीं सुरक्षा का उल्लंघन न किया जा रहा हो। उल्लंघन करने पाए जाने पर सरकार एप को बैन करती रहती है। इससे पहले भारत सरकार ने 29 जून 2020 को पहली डिजिटल स्ट्राइक करते हुए 59 एप्स पर प्रतिबंध लगाया था। उसके बाद क्रमशः 47, 118 और 43 एप्स पर बैन लगाए गए। इस साल भी सरकार ने 300 से अधिक एप को बैन किया है।