भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली किसी तारीफ के मोहताज नहीं नहीं। वो एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं और इनके आंकड़े देखते ही बनते है। रन मशीन कोहली का ऑस्ट्रेलिया में भी आंकड़े अच्छे हैं। टी-20 वर्ल्ड कप के लिए विराट ऑस्ट्रेलिया में हैं। अभ्यास मैच में कोहली से कुछ खास रन नहीं बन रहे। ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप 2022 में उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे भारत के लिए रनों का अंबार लगाएं। हालांकि, भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया में टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले बल्लेबाजी स्टार को लेकर एक बयान दिया है कि उन्हें निजी रिकॉर्ड्स के बारे में नहीं सोचना चाहिए।
सोमवार को स्टार स्पोर्ट्स ने ऑस्ट्रेलिया में टी20i क्रिकेट में बल्लेबाज के रूप में कोहली के रिकॉर्ड को हाईलाइट किया। इसी दौरान एक प्रेजेंटर ने महत्वपूर्ण सवाल किये। उन्होंने गंभीर से पूछा कि कोहली को किस मानसिकता के साथ टूर्नामेंट खेलना चाहिए ? इस पर अनुभवी बल्लेबाज ने कहा कि भारत के पूर्व कप्तान को केवल रन बनाने के बारे में सोचना चाहिए, रिकॉर्ड तोड़ने के लिए नहीं।
गंभीर ने कहा, “रन बनाने के माइंडसेट से (विराट को) टी20 वर्ल्ड कप में उतरना चाहिए। इसके अलावा और कोई भी माइंडसेट की जरूरत ही नहीं है, किसी भी बल्लेबाज को, क्योंकि और क्या माइंडसेट हो सकता है? एक बल्लेबाज का काम है रन बनाना। गेंदबाज का काम है विकेट लेना। और रन वो बनाना जिससे आपकी टीम जीते। रन वो नहीं बनाना जिससे आपका रिकॉर्ड बने। या 50 या 100 बनाए। आप 40 या 30 बनाएं, लेकिन उस प्रभाव से बनाएं कि आपकी टीम 170/180 तक पहुंच पाए। अगर आप चेज कर रहे हैं तो उस तरीके से रन बनाएं, ताकि जो लोअर मिडिल ऑर्डर है उनसे आप प्रेसर हटाएं।”
इसी में गौतम नें आगे कहा, “मुझे विश्वास है कि जब आप ऐसे बड़े टूर्नामेंट में जाते हो ना तो निजी रिकॉर्ड्स को घर रखकर जाना चाहिए। अगर आप ऑस्ट्रेलिया जा रहे हो तो इंडिया पैक करके जाना चाहिए, क्योंकि इंडिविजुअल रिकॉर्ड्स का इस टूर्नामेंट में कोई वैल्यू नहीं है। वर्ल्ड कप जीतने की वैल्यू है। अगर टीम जीतती है तो वो आपकी विरासत है। आप 500 रन बनाएं और क्वालीफाई ना करें तो सिर्फ आपके रिकॉर्ड में आता है, बाकी आलोचना जब पूरी टीम को मिलती है तो आपको भी मिलती है।”