Recently updated on July 25th, 2024 at 12:41 pm
अगले महीने हमारे देश की राजधानी दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है. भारत इस बार G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है और ये हर भारतीय के लिए गर्व की बात है. यह महत्वपूर्ण समिट दिल्ली के प्रगति मैदान के नव निर्मित स्टेट ऑफ आर्ट कंवेंशन कॉप्लेक्स में 9 और 10 सितंबर को आयोजित होगी. ये भारत के लिए बड़ा क्षण है और इसको लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. भारत हमेशा से पूरी दुनिया को अपना परिवार मानता है और भारत वसुधैव कुटम्भकम यानी “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” की प्रेरणा के साथ अपनी अध्यक्षता में इस बैठक का आयोजन करने जा रहा है. इस बैठक के बाद भारत 1 दिसंबर 2023 को G20 देशों की अधिकारिक अध्यक्षता इंडोनेशिया से लेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में ये स्वर्णिम क्षण सामने आया है और इसकी जितनी तारीफ की जाए वो कम है. भारत की अध्यक्षता में G20 देशों की प्रगति रूपरेखा तैयार होगी. आप जानते ही हैं की जी20 में 19 शक्तिशाली देशों के राष्ट्राध्यक्ष और यूरोपीय यूनियन शामिल है. G20 के तौर पर भारत के पास दुनिया में अपनी मजबूती दर्ज कराने का ये बेहतरीन मौका है.हम भारतीयों को इस बार पर गर्व होना चाहिए.
ये गौरव का क्षण है और इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है. बात अगर G20 अध्यक्ष के तौर पर भारत के पास वैश्विक कूटनीति में अपनी ताकत दिखाने का एक मौका था और भारत ने पिछले 8 महीने में इसका भरपूर इस्तेमाल किया है. अब जी 20 शिखर सम्मेलन में जिस घोषणापत्र पर सहमति बनेगी, उसमें भारत की बढ़ती ताकत का भी एहसास पूरी दुनिया को होगा, इसकी पूरी तैयारी भारत ने कर ली है.G20 में तमाम वैश्विक मुद्दों पर अगर भारत अपनी अध्यक्षता में विकासशील और अल्पविकसित देशों के हितों को जी 20 के एजेंडे में जगह दिलाने में कामयाब होता है तो ये बड़ी कामयाबी होगी. जी 20 की मीटिंग में कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की संभावना है. इन मुद्दों में कार्बन उत्सर्जन को लेकर गरीब देशों को मिलने वाली आर्थिक मदद, क्लीन एनर्जी को लेकर अल्प विकसित देशों को तकनीकी और आर्थिक मदद, खाद्यान्न सुरक्षा और सप्लाई चेन का मसला काफी महत्वपूर्ण है.
भारत इन मुद्दों को लेकर हमेशा से मुखर रहा है. भारत ने इन मुद्दों पर हमेशा विश्व पटल पर अपनी बात रखी है. इन मुद्दों पर भारत की बातों को कोई भी देश नजरअंदाज नहीं कर सकता है. हमारा देश भारत दुनिया में सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. दुनिया के देश भी इस बात को जानते हैं कि भारत भविष्य में वैश्विक अर्थव्यवस्था को नया आयाम देने की क्षमता रखता है. इसिलिए इन मुद्दों पर भारत की चिंता को कोई देश हल्के में नहीं ले सकता है. इन सब मुद्दों पर भारतीय पहल से ये भी सुनिश्चित हो जाएगा कि G20 की प्राथमिकताओं को तय करने में भविष्य में गरीब और अल्प विकसित देशों की राय और हितों को भी उतना ही महत्व मिलेगा. G20 को लेकर राजधानी में लगभग तैयारियां पूरी कर ली गई है और भारत G20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत के लिए तैयार है. ये स्वर्णिम क्षण इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा और अब भारत ने दुनिया को ये साफ संदेश दिया है की सबके साथ चलने से ही विश्व का कल्याण हो सकता है.