महासागर का था राजा
शोधकर्ताओं ने इस नई प्रजाति को लेविथानोचेलीज एनिग्मैटिका (Leviathanochelys aenigmatica) नाम दिया हैं। इससे पहले वर्ष 2016 में भी इस तरह का जीवाश्म भी मिला था। क्रिटेशियस काल के इस कछुए की पहचान खोल के टुकड़ों से की गई हैं। माना जा रहा है कि ये कछुआ पूर्वी यूरोप के प्राचीन महासागरों का राजा था। 8.36 करोड़ से 7.21 करोड़ वर्ष पहले इसका महासागर में राज था। इस विशाल कछुए का जीवाश्म, यूरोप में पाए गए अब तक के सबसे बड़े कछुए का जीवाश्म है।
वेनेजुएला के शोधकर्ताओं ने जनवरी 2021 में स्टुपेन्डेमीज़ ज्योग्राफिकस नामक कछुए की भी खोज की थी। ये कछुआ मीठे पानी में रहता था। अस्सी लाख साल पहले, ये कछुए धरती पर रहते थे। इनका आकार लगभग 2.4 मीटर का हुआ करता था।
ये है दुनिया का सबसे बड़ा कछुआ
लेदरबैक टर्टल में अभी भी दुनिया का सबसे बड़ा कछुआ जीवित हैं। ज्यादातर विशालकाय कछुए, उत्तर और दक्षिण अमेरिका में पाए जाते हैं। इस विशाल कछुए का आकर 1.8 मीटर है। हालांकि अब पाए गए एनिग्मैटिका कछुआ का आकर इससे दोगुना बड़ा है। अब तक के शोध के मुताबिक, आर्चेलॉन इस्किरोस (Archelon Ischyros) नामक कछुए की प्रजाति सबसे बड़ी थी। आर्चेलॉन की लंबाई 4.6 मीटर थी।