करेंसी किसी भी देश की हो उस पर केंद्रीय बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर होने जरूरी है। क्योंकि उसी से देश में किसी नोट को मान्यता प्राप्त होती है। भारत में अभीतक अमूमन नोट पर केवल पुरूष के ही हस्ताक्षर होते आए है, यही हाल कुछ अमेरिका के भी थे। लेकिन अमेरिका के इस सैकड़ो साल पुराने इतिहास को दो महिलाओं ने बदल दिया। यहां कभी किसी महिला ने करेंसी पर सिग्नेचर जारी नहीं किए है। लेकिन, पहली बार अमेरिका ने यह उपलब्धि अपनी ट्रेजरी सेक्रेटरी जेनेट येलेन को दिया है। उनके नाम से 1 और 5 डॉलर वाले नोट जारी किए हैं।
ये महिलाएं अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन और कोषाध्यक्ष मैरिलिन मलेरबा (Treasurer)हैं। येलेन अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अगुवाई करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं और वे यूएस की ट्रेजरी हेड भी हैं। अमेरिका में एक और पांच डॉलर के नोट पर इन दोनों महिलाओं के सिग्नेचर देखने को मिलेंगे। बता दे कि दोनों महिलाओं के सिग्नेचर वाले इन डॉलर्स को गुरुवार को जारी किया।
येलेन ने टीवी इंटरव्यू में कहा
येलेन का कहना है कि महिला के हस्ताक्षर वाले नोट जारी कर हम लैंगिक समानता का संदेश देना चाहते हैं।येलेन ने यूएस ट्रेजरी चीफ लिन मलेरबा के साथ अमेरिकी करेंसी पर हस्ताक्षर किए हैं। येलेन ने इससे पहले एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि उनसे पहले वित्त मंत्री रह चुके उनके दो सहयोगियों टिम गेथर और जैक ल्यू के इतने खराब सिग्नेचर थे कि लोग उनका मजाक उडाते थे। येलेन ने बताया था कि गेथनर को तो अपने सिग्नेचर वैध दिखाने के लिए उसे बदलना पड़ा था। लेकिन मैंने ने अपने हस्ताक्षर के अच्छी खासी प्रैक्टिस कर ली है।
येलेन ने कहा, हम इस कदम के जरिये इकोनॉमी और फाइनेंशियल सेक्टर में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना चाहते हैं। हमने शुरुआत की है, लेकिन अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है। हमें उम्मीद है कि इस कदम से आगे बढ़ने के लिए और प्रेरणा मिलेगी। करेंसी पर हस्ताक्षर करने वाली दूसरी महिला मालेरबा ने कहा, यह काफी गौरव वाला पल है जब दो महिलाओं के हस्ताक्षर वाले नोट जारी हो रहे हैं।