Fake IAS Officer: गोवा पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है, जो मैट्रीमोनियल साइट्स पर सरकारी नौकरी करने वाली युवतियों को शादी का झांसा देकर ब्लैकमेल करता था। आरोपी की पहचान भिलाई निवासी आशीष कुमार धुरंधर के रूप में हुई है, जो खुद को ट्रेनी आईएएस अधिकारी मनोज कुमार बताता था। यह मामला तब सामने आया जब भिलाई और रायपुर की सरकारी नौकरी करने वाली दो युवतियों ने इसकी शिकायत की।
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Toggleआरोपी का धोखाधड़ी भरा षड्यंत्र
आरोपी ने खुद को छत्तीसगढ़ राज्य का ट्रेनी आईएएस बताते हुए ओडिशा से गोवा स्थानांतरण की बात कही। उसने मैट्रीमोनियल साइट्स पर युवतियों से संपर्क साधा और मुलाकात के बाद उन्हें ब्लैकमेल करने लगा। रायपुर में मंत्रालय में काम करने वाली एक युवती ने भी इसकी शिकायत साइबर सेल में दर्ज कराई है। भिलाई नगर थाने में आरोपी के खिलाफ पहले ही मामला दर्ज हो चुका है।
गोवा में आरोपी की गतिविधियां
गोवा पहुंचने के बाद आरोपी ने वहां के प्रमुख समुद्री तटों और क्लबों में रौब जमाने की कोशिश की। उसने झोंपड़ियों और डांस क्लब संचालकों को धमकाया और उनके धंधे बंद करने का आदेश दिया। खुद को आईएएस अधिकारी बताने के लिए उसने फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल किया। 26 दिसंबर को, उसने कलंगुट में पार्किंग क्षेत्र का निरीक्षण करने का नाटक किया, जिससे पुलिसकर्मियों और कर्मचारियों ने उसे सम्मान दिया। इसके बाद वह बागा बीच पर पहुंचा और दो झोपड़ियों के मालिकों को व्यवसाय बंद करने की धमकी दी।
कैसे हुआ पर्दाफाश
गोवा पुलिस को आरोपी की गतिविधियों पर शक हुआ, क्योंकि आईएएस अधिकारी इस प्रकार का व्यवहार नहीं करते। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उसकी पृष्ठभूमि की जांच की। पूछताछ में वह अपनी असलियत छिपा नहीं सका। इसके पास से फर्जी आईएएस पहचान पत्र बरामद हुआ।
ब्लैकमेलिंग के शिकार
ब्लैकमेल का शिकार हुई भिलाई की एक युवती ने बताया कि आरोपी ने उसे इंडियन कॉफी हाउस में मिलने बुलाया। उसने धमधा एसडीएम कार्यालय में प्रोविजनल आईएएस के पद पर होने का झूठ बोला। मुलाकात के बाद उसने युवती को धमकाना और ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। युवती ने समझदारी से काम लेते हुए भिलाई नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
गोवा पुलिस ने आरोपी को 29 दिसंबर को गिरफ्तार किया। भिलाई नगर पुलिस अब गोवा पुलिस से संपर्क कर आगे की कार्रवाई करेगी। आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
समाज के लिए सबक
यह घटना उन लोगों के लिए चेतावनी है जो ऑनलाइन मैट्रीमोनियल साइट्स पर अपनी जानकारी साझा करते हैं। इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए सतर्क रहना आवश्यक है। सरकारी अधिकारियों की पहचान की पुष्टि किए बिना किसी पर भरोसा करना खतरनाक हो सकता है।