Employment Fair: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रोजगार अभियान ‘रोजगार मेला’ के तहत 71,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से युवाओं को संबोधित करते हुए इसे राष्ट्र निर्माण और आत्म सशक्तीकरण में युवाओं की भागीदारी को सुदृढ़ करने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने इस अवसर पर बताया कि रोजगार मेला प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो युवाओं को सार्थक अवसर प्रदान करने और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में केंद्रित है। इस पहल के माध्यम से न केवल युवाओं को रोजगार प्रदान किया जा रहा है, बल्कि देश के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भागीदारी को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
पिछली नियुक्तियों का उल्लेख
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अक्तूबर 2022 में भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 51,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए थे। उस समय रोजगार मेला देशभर के 40 स्थानों पर आयोजित किया गया था। इन नियुक्तियों के तहत राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में अभ्यर्थियों को नियुक्त किया गया था।
प्रधानमंत्री ने उस समय अपने संबोधन में कहा था, “इस उत्सवी माहौल में, आज इस पावन दिन पर, रोजगार मेले में 51,000 युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं। मैं आप सभी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार के इस अभियान के तहत लाखों युवाओं को स्थायी सरकारी नौकरी प्रदान करने का सिलसिला जारी रहेगा।
रोजगार मेला: विस्तृत जानकारी
सोमवार को आयोजित रोजगार मेला देशभर के 45 स्थानों पर आयोजित किया गया। चयनित अभ्यर्थियों को केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में नियुक्त किया गया, जिनमें गृह मंत्रालय, डाक विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, और वित्तीय सेवाएं शामिल हैं। इस पहल के तहत चयनित युवाओं को एक पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्ति दी गई।
रोजगार मेले की शुरुआत
रोजगार मेले की शुरुआत 22 अक्तूबर 2022 को की गई थी। तब से लेकर अब तक यह अभियान कई चरणों में जारी रहा है। हाल ही में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार ने जानकारी दी थी कि रोजगार मेले के जरिए अब तक लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियुक्त किया जा चुका है। यह अभियान केंद्र और भाजपा व एनडीए शासित राज्यों में समान रूप से चलाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रोजगार मेले को युवाओं के लिए एक “नया अवसर” बताते हुए कहा कि यह केवल नौकरी देने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि युवाओं को देश की सेवा करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का माध्यम भी है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के विभिन्न मंत्रालय और विभाग मिलकर इस पहल को सफल बना रहे हैं।
सरकार की प्रतिबद्धता
रोजगार सृजन को केंद्र में रखकर सरकार ने विभिन्न स्तरों पर रोजगार उपलब्ध कराने की योजनाएं शुरू की हैं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि सरकारी नौकरी केवल आय का साधन नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी निभाने का एक अवसर है।
इस पहल के तहत सरकार की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी हो और योग्य उम्मीदवारों को उनके कौशल और योग्यता के आधार पर अवसर मिले।
रोजगार मेला न केवल युवाओं को नौकरी का अवसर प्रदान करता है, बल्कि उनके लिए आत्मनिर्भर बनने और समाज में सकारात्मक योगदान देने का माध्यम भी बनता है। सरकार का यह कदम युवाओं को सशक्त बनाने और देश को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए एक प्रभावी प्रयास है।