26 जनवरी 2023 को भारत अपना 74 वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। गणतंत्र दिवस का पर्व भारत के इतिहास का स्वर्णिम दिन है। दरअसल, 1950 में इसी दिन भारत एक लोकतांत्रिक और संवैधानिक राष्ट्र बन गया था। जिस कारण इस दिन को देशभर में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस के समारोह पर इस वर्ष हमारे विदेशी अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी होंगे। सिसी मिस्र के पहले ऐसे नेता हैं जो भारतीय गणतंत्र दिवस पर अतिथि के तौर पर आ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, 74 वां गणतंत्र दिवस के अवसर पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी मंगलवार 24 जनवरी की शाम को राजधानी पहुंचे। राष्ट्रपति सिसी इस साल गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। वहीं बीते दो वर्षों में कोरोना के खतरे के कारण गणतंत्र दिवस समारोह में किसी भी विदेशी अतिथि को आमंत्रित नहीं किया जा रहा था। लेकिन इस वर्ष मिस्र के राष्ट्रपति हमारे विदेशी अतिथि के रूप में आएंगे। भारत में मित्र देशों के राष्ट्राध्यक्षों और नेताओं को गणतंत्र दिवस के अवसर पर बुलाने की परंपरा करीब 74 साल पुरानी है।
गणतंत्र दिवस का महत्व
जैसा की आप जानते है, 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान लागू किया गया था। यानी इस दिन भारत ने अपने संविधान को अपनाया था। और इसी दिन हमारा देश गणतंत्र दिवस के रूप में स्थापित हुआ था। 74 साल पहले इसी दिन भारत को अपना लिखित संविधान प्राप्त हुआ था। जिस कारण इस अवसर पर सभी स्कूल-कॉलेजों में गणतंत्र दिवस समारोह बड़े उत्साह से मनाया जाता है। वहीं राजधानी दिल्ली में 26 जनवरी को होने वाली भव्य गणतंत्र दिवस परेड की तैयारियां जोरो-शोरो से चल रही है। राजधानी में इस अवसर को लेकर अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है और हो भी क्यों ना इस भव्य परेड का नजारा बड़ा ही अद्भुत जो होता है। जब सेना के सभी जवान एक साथ कदम-ताल करते हुए एक धुन में परेड करते है। इस मौके पर होने वाले परेड और समारोह को देखने लोग दूर-दूर से आते है। यह परेड राष्ट्रपति-भवन से इंडिया-गेट तक जाती है। उसके बाद तीनों सेनाएं अपनी-अपनी शक्ति, सामर्थ्य का प्रदर्शन करते है। राजधानी का पूरा आसमान इस दिन हमारे तिरंगे के रंग में रंगा दिखता है।
पहली बार गणतंत्र दिवस पर मिस्र के राष्ट्रपति होंगे मुख्य अतिथि
गौरतलब है कि यह पहली बार है जब मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, अल-सिसी का 25 जनवरी यानी आज राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया जाएगा। और फिर आज शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उनके सम्मान में भोंज भी देंगी। आपको बता दे कि, जैसे ही अब्देल फतह अल-सिसी नई दिल्ली पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए पारंपरिक लोक नृत्य पेश किया गया। कल 74 वां गणतंत्र दिवस के अवसर पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी का मुख्य अतिथि के तौर पर स्वागत किया जाएगा।