Trump Tariffs Effects: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ वॉर शुरू करके पूरी दुनिया को अनिश्चितता में धकेल दिया है। अब दूसरे देश भी अमेरिका पर जवाबी टैरिफ लगा रहे हैं। 4 अप्रैल को चीन ने इसका ऐलान कर दिया है। चीन अमेरिकी सामानों पर 34 फीसदी ड्यूटी वसूलेगा। ट्रंप ने भारत पर भी 26 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया। दुनियाभर में मंदी का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच अमेरिकी स्टॉक मार्केट में साल 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट आई। अमेरिका के फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने जब कहा कि टैरिफ के चलते महंगाई दर पर लगातार असर पड़ सकता है।
180 से ज्यादा देशों पर लगाया टैरिफ
दरअसल, ट्रंप ने बीते बुधवार को 180 से ज्यादा देशों पर टैरिफ लगा दिया। इसका प्रभाव पूरी दुनिया के साथ साथ भारत पर भी देखने को मिल रहा है। दुनिया आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही है। भारत पर ट्रंप ने 26 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ (reciprocal tariffs) लगाया है। ट्रंप सरकार द्वारा लगाए गए सभी इंपोर्ट्स पर 10 प्रतिशत यूनिवर्सल टैरिफ 5 अप्रैल से और बाकी 16 प्रतिशत 10 अप्रैल से लागू हो जाएगा। भारत के वाणिज्य मंत्रालय द्वारा इसके असर का विश्लेषण किया जा रहा है।
मार्केट में ट्रंप के टैरिफ का असर
ट्रंप के टैरिफ का असर शुक्रवार को भी भारत समेत एशियाई शेयर मार्केट में दिखाई दिया। सेंसेक्स में 930.67 अंकों की गिरावट आई। इस गिरावट के साथ यह 75,364.69 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 345.65 अंकों की गिरावट के साथ 22,904.45 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में गिरावट के कारण निवेशकों के 9.5 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
वहीं, BSE टॉप 30 शेयरों में से 26 शेयर भारी गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि HDFC Bank, Bharti Airtel समेत 2 और शेयर उछाल पर है। सबसे ज्यादा गिरावट Tata Motors के शेयर में 4 फीसदी की आई है। इसके बाद टाटा स्टील और एल एंड टी के शेयर भी 2.5 फीसदी के आसपास टूट चुके हैं।
टैरिफ को लेकर काफी सख्त हैं ट्रंप
बता दें कि ट्रंप की बात करें तो उनका कहना है कि वह अपनी आर्थिक नीतियां कभी नहीं बदलेंगे। टैरिफ लगाने की घोषणा करते हुए ट्रम्प ने भारत के बारे में कहा था कि भारत अमेरिका पर 52% तक टैरिफ लगाता है, इसलिए अमेरिका भारत पर 26% टैरिफ लगाएगा। अन्य देश हमसे जितना टैरिफ वसूल रहे, हम उनसे लगभग आधे टैरिफ लेंगे। इसलिए टैरिफ पूरी तरह से रेसिप्रोकल नहीं होंगे।