छात्रवृति घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले के सिलसिले में निम्नलिखित व्यक्तियों को गिरफ्तार किया: इजहार हुसैन जाफरी, अली अब्बास जाफरी और रवि प्रकाश गुप्ता।
आपको बता दें कि 16 फरवरी, 2023 को ईडी ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में फैले 10 शिक्षण संस्थानों पर छापेमारी की थी। इन खोजों के दौरान, ईडी ने न केवल इन 10 संस्थानों बल्कि कई अन्य कॉलेजों और संस्थानों द्वारा किए गए अपराध के महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए, जिन्हें धोखाधड़ी में शामिल पाया गया था।
जांच में हुए खुलासे
ईडी की जांच से पता चला है कि ये लोग हाइगिया ग्रुप ऑफ कॉलेजों के नाम से घोटाले का संचालन कर रहे थे और छात्रों के रूप में दिखाए गए अपात्र व्यक्तियों के आधार और बैंक विवरण का उपयोग करके धोखाधड़ी से छात्रवृत्ति राशि प्राप्त कर रहे थे। उक्त छात्रों में से कई को इस बात की जानकारी भी नहीं थी कि उन्होंने अपने नाम से ऐसी किसी योजना का लाभ उठाया है। जांच के अनुसार, रवि प्रकाश गुप्ता, इजहार हुसैन जाफरी और अली अब्बास जाफरी ने फिनो पेमेंट बैंक के एजेंटों के साथ मिलकर छात्रों के खातों से छात्रवृति के पैसे को हाईगिया ग्रुप ऑफ कॉलेजों और अन्य व्यक्तियों और संस्थानों के बैंक खातों में भेज दिया।
जांच के दौरान, यह भी पता चला कि तीन व्यक्तियों ने न केवल फिनो बैंक खाते में लाभार्थी छात्रों के बैंक खातों को नियंत्रित किया बल्कि अवैध रूप से उनके एटीएम कार्ड, फोन नंबर और फिनो एजेंटों के उपयोगकर्ता आईडी और पासवर्ड और उनकी माइक्रो एटीएम मशीनों का भी इस्तेमाल किया। छात्रवृत्ति की धनराशि सीधे छात्रों के खातों में जमा की गई, लेकिन गिरफ्तार किए गए लोगों ने सिस्टम में निर्मित सभी सुरक्षा उपायों की धज्जियां उड़ा दीं। जांच में पता चला कि गिरफ्तार किए गए लोग अपराध की आय के प्रत्यक्ष लाभार्थी हैं। विशेष अदालत ने इन सभी गिरफ्तार व्यक्तियों को ईडी की पांच दिनों की हिरासत में दे दिया है। आगे की जांच चल रही है।