Saturday, November 23, 2024
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इन पर्वों पर न बनाए रोटी, आर्थिक संकट दे सकते हैं दस्तक

Roti never be made on these festivals : हिन्दू धर्म में शुभ-अशुभ को बहुत ज्यादा महत्त्व दिया जाता हैं। मान्यता के अनुसार तमाम पर्वों पर विभिन्न नियमों का पालन किया जाता है। कई त्योहारों के दिन घर में रोटी, चावल, सब्जी और आदि चीजें नहीं बनाई जाती हैं। माना जाता है कि तमाम नियमों का पालन नहीं करने से देवी-देवता व्यक्ति से रूठ जाते है और घर-परिवार में एक के बाद एक दुखों का पहाड़ टूटने लगता है।

कहा जाता है कि कुछ पर्वों के दिन घर में रोटी (Roti never be made on these festivals) बनाने से धन की देवी मां अन्नपूर्णा रूठ जाती हैं, जिससे घर में भोजन की कमी होने लगती है। आज हम आपको इस आर्टिकल में उन्हीं त्योहारों के बारें में बताएंगे। 

जानिए तमाम पर्वों के नाम

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नाग पंचमी के दिन रसोई में चूल्हे पर तवा रखना और रोटी (Roti never be made on these festivals) बनाने की मनाही होती है। पौराणिक कथा के अनुसार तवे को नाग देवता के फन का प्रतीक माना जाता हैं। इसलिए नाग पंचमी के दिन चूल्हे पर तवा रखना वर्जित होता है। हालांकि इस दिन पतीले में व्यंजन जरूर बना सकते है।

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हिन्दू मान्यता के मुताबिक शरद पूर्णिमा के दिन घर में रोटी बनाना वर्जित होता हैं। पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं में दक्ष होता है। इसलिए इस दिन रोटी (Roti never be made on these festivals) बनाने से घर-परिवार में परेशानी आनी शुरू हो जाती है।

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हिन्दू मान्यता के मुताबिक दीपावली समेत माता लक्ष्मी से जुड़े तमाम पर्वों के दिन घर में रोटी की जगह पकवान बनाने चाहिए। माना जाता है कि इस दिन रोटी (Roti never be made on these festivals) बनाने से परिवार वालों को देवी लक्ष्मी के आगमन की खुशी नहीं होती है।

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सनातन धर्म में शीतला अष्टमी का विशेष महत्त्व हैं। इस दिन विशेष तौर पर माँ शीतला देवी की पूजा-अर्चना की जाती है और माता को बासी खाने का भोग लगाया जाता है। भोग लगाने के बाद बचे हुए भोजन को परिवार के सभी सदस्य प्रसाद के रूप में खाते हैं। बता दें कि अष्टमी के दिन घर में रोटी (Roti never be made on these festivals) के साथ-साथ कोई भी भोजन नहीं बनाया जाता है।

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इसके अलावा जब किसी के घर में मृत्यु होती है तो उस दिन भी रोटी (Roti never be made on these festivals) या अन्य भोजन बिल्कुल भी नहीं बनाना चाहिए। पुराणों के मुताबिक 13वीं संस्कार होने के बाद ही घर में भोजन बनान चाहिए। उससे पहले घर में भोजन बनाने से अशुभ परिणाम भोगने पड़ सकते हैं।

Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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