Digital Payments: आज के समय में डिजिटल पेमेंट हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. भारत डिजिटल पेमेंटे में वर्लड लीडर है. चाहे कोई भी छोटी से छोटी चीज खरीदने हो या फिर बड़ी चीज डिजिटल पेमेंट ने हर जगह काम आसान बना दिया है. आज के समय में यूपीआई पेमेंटे ने लोगों के समय को तो बचाया ही है साथ ही साथ कई अन्य उलझणों को भी दूर किया है. यूपीआई से पेमेंट करना आसान है. एक क्लिक में पैसा एक एकाउंट से दूसरे अकाउंट या फिर वॉलेट में चला जाता है. भारत में तेजी से बढ़ता डिजिटल पेमेंट के चलने ने दुनिया का ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित किया है. डिजिटल पेमेंटे आसान है. ये समय के साथ ही धन को सेफ रखने में भी कारगर साबित होता है.
अब बात अगर यूपीआई की करें तो साल 2017 में यूपीआई ने 900% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की, जिसके तहत 67 बिलियन रुपये मूल्य के 100 मिलियन से अधिक लेनदेन किए गए. वहीं साल 2018 में वार्षिक वृद्धि 246% थी और 1.5 ट्रिलियन रुपये से अधिक मूल्य के लेनदेन संसाधित किया गया. इसी तरह भारत में यूपीआई ट्रांजेक्शन्स में लगातार वृद्धि दर्ज की गई. जैसे की साल 2020 में वार्षिक वृद्धि 67% रही और 2.9 ट्रिलियन रुपये से अधिक मूल्य के लेनदेन संसाधित हुए. इसके बाद आया साल 2020. साल 2020 में यूपीआई ने दिसंबर 2020 में 4.3 ट्रिलियन रुपये से अधिक मूल्य के लेनदेन के साथ 63% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की.
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अब बात अगर साल 2021 की करें तो साल 2021 में यूपीआई ने जून में संसाधित 5.6 ट्रिलियन रुपये मूल्य के 1.49 बिलियन से अधिक लेनदेन के साथ साल-दर-साल वृद्धि 72% थी. इस तरह लगातार यूपीआई से लेनदेने का आकड़ा बढ़ा है. आज के समय में डिजिटल पेमेंट के लिए कई ऐप मौजूद है जो आसानी से यूपीआई के जरिए पैसे के लेन – देन में प्रयोग किए जाते है. यूपीआई ने सही मायने में डिजिटल पेमेंट को नई पहचान दिलाई है. डिजिटल ट्रांजेक्शन आजकल आम बात हो गई है.