Delhi: दिल्ली में अगले साल जनवरी-फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं, और इसके साथ ही एक बार फिर दिल्ली की राजनीति गर्माने लगी है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनाव की तैयारी में जुटते हुए एक विस्तृत रणनीति बनाई है। इस बार AAP की कमान दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सौंपी गई है, जो बीजेपी की साजिशों का पर्दाफाश करने के लिए पदयात्रा करेंगे। यह पदयात्रा सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी और जनता के बीच AAP का संदेश पहुंचाएगी।
मनीष सिसोदिया की भूमिका
मनीष सिसोदिया, जो लंबे समय तक दिल्ली के शिक्षा और वित्त मंत्री रहे हैं, इस बार AAP की चुनावी रणनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। सिसोदिया की पदयात्रा 14 अगस्त से शुरू होगी और यह यात्रा AAP की चुनावी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगी। सिसोदिया का दावा है कि उनकी यात्रा बीजेपी के “साजिशी प्रवृत्तियों” को उजागर करने का काम करेगी, जो दिल्ली की जनता के हितों के खिलाफ हैं।
AAP की चुनावी रणनीति | Delhi
AAP ने पहले ही दिल्ली में अपने चुनाव प्रचार को चरम पर पहुंचा दिया है। संदीप पाठक, जो AAP के राष्ट्रीय सचिव हैं, ने स्पष्ट किया है कि पार्टी अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। AAP ने हाल ही में अपने नेताओं, सांसदों, विधायकों, और पार्षदों के साथ बैठक की, जिसमें मनीष सिसोदिया ने भी हिस्सा लिया। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बीजेपी की साजिशों को बेनकाब करने के लिए सिसोदिया 14 अगस्त से पदयात्रा करेंगे।
बीजेपी को बेनकाब करने का प्रयास
AAP की रणनीति का मुख्य उद्देश्य बीजेपी की साजिशों को जनता के सामने उजागर करना है। संदीप पाठक ने कहा कि यह पदयात्रा जनता को यह बताने का प्रयास करेगी कि कैसे बीजेपी नेताओं ने दिल्ली में काम में बाधा डाली और लोगों को परेशान किया। AAP का मानना है कि बीजेपी की यह रणनीति असफल होगी और दिल्ली की जनता AAP के साथ खड़ी रहेगी।
AAP को तोड़ना असंभव: संदीप पाठक
संदीप पाठक ने इस बैठक में कहा, “AAP को तोड़ना असंभव है। बीजेपी की साजिशें दिल्ली में सफल नहीं होंगी।” उन्होंने यह भी कहा कि AAP दिल्ली के लोगों के साथ मिलकर बीजेपी को हराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उनका मानना है कि बीजेपी की “गंदी राजनीति” का अंत दिल्ली के चुनाव में होगा, और यह चुनाव बीजेपी को सबक सिखाने के लिए एक महत्वपूर्ण मौका होगा।
AAP की चुनावी तैयारियां: हरियाणा में भी सक्रियता
दिल्ली के अलावा, AAP ने हरियाणा में भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। संदीप पाठक ने बताया कि AAP हरियाणा में अब तक 45 जनसभाएं कर चुकी है, और राज्य के प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में बड़ी जनसभाएं करने की योजना है। इसके अलावा, AAP ने गांवों में छोटी-छोटी बैठकें भी आयोजित की हैं, जिनका दूसरा दौर जल्द ही शुरू होगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 की समीक्षा
AAP ने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 62 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। 2015 में AAP ने 70 में से 67 सीटें जीतकर सत्ता में आई थी। इन दोनों चुनावों में AAP ने बीजेपी और कांग्रेस को करारी शिकस्त दी थी। 2024 के चुनाव में भी AAP का उद्देश्य अपनी इस जीत की लय को बनाए रखना है।
बीजेपी की चुनौती
दिल्ली में बीजेपी AAP की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी है। हालांकि, पिछले दो विधानसभा चुनावों में बीजेपी AAP के मुकाबले कहीं नहीं टिक पाई। बीजेपी ने 2020 के चुनाव में केवल 8 सीटें जीती थीं। इस बार बीजेपी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है और वह AAP के खिलाफ जोरदार प्रचार कर रही है। बीजेपी की नजर इस बार के चुनाव में AAP को कड़ी टक्कर देने पर है।