Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान आज, 7 जनवरी 2025 को चुनाव आयोग (ECI) द्वारा किया जाएगा। संभावना है कि यह चुनाव एक ही चरण में आयोजित होगा। चुनाव आयोग की योजना के अनुसार, मतदान फरवरी के दूसरे सप्ताह में संपन्न हो सकता है और नतीजे 17 फरवरी को घोषित किए जा सकते हैं। चुनाव आयोग आज दोपहर 2 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगा, जिसमें चुनाव प्रक्रिया और उससे जुड़ी जानकारी साझा की जाएगी।
मतदाता सूची जारी
चुनाव आयोग ने 6 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अंतिम मतदाता सूची जारी की। इस सूची में कुल 1,55,24,858 मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें 84,49,645 पुरुष और 71,73,952 महिला मतदाता शामिल हैं। मतदाता सूची के आंकड़े बताते हैं कि इस बार चुनाव में अधिक संख्या में मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे।
विधानसभा का कार्यकाल समाप्ति के करीब | Delhi Assembly Elections 2025
दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 15 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है। पिछली बार 2020 में भी फरवरी में चुनाव हुए थे, जिनमें आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी। अब जैसे-जैसे कार्यकाल समाप्ति की तारीख नजदीक आ रही है, चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो रही हैं।
प्रमुख उम्मीदवारों की स्थिति
अरविंद केजरीवाल: नई दिल्ली सीट से फिर चुनावी मैदान में
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल इस बार भी नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। यह सीट हमेशा से केजरीवाल का गढ़ रही है। उनके सामने कांग्रेस से संदीप दीक्षित और बीजेपी से प्रवेश वर्मा जैसे दिग्गज नेता होंगे। यह मुकाबला इसलिए भी खास है क्योंकि नई दिल्ली सीट को वीआईपी सीट माना जाता है।
आतिशी: कालकाजी से लड़ेंगी चुनाव
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी इस बार कालकाजी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस की अलका लांबा और बीजेपी के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी से है। आतिशी ने अपने काम के जरिए कालकाजी में एक मजबूत छवि बनाई है। उनकी प्राथमिकता शिक्षा और स्वास्थ्य पर केंद्रित रही है।
दिल्ली चुनाव में मुख्य मुद्दे
इस चुनाव में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। आम आदमी पार्टी अपने पिछले कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों, जैसे—शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी के सुधार—को प्रमुखता से जनता के सामने रखेगी।
दूसरी ओर, बीजेपी का फोकस केंद्रीय योजनाओं और राष्ट्रीय मुद्दों पर रहेगा। कांग्रेस, जो पिछले कुछ वर्षों में कमजोर रही है, इस बार नए नेतृत्व के साथ जोर-शोर से चुनाव लड़ रही है।
महिलाओं और युवाओं पर फोकस
इस बार के चुनाव में महिला और युवा मतदाताओं की भूमिका अहम मानी जा रही है। दिल्ली में महिला मतदाताओं की संख्या 71 लाख से अधिक है, जो किसी भी पार्टी के लिए एक निर्णायक समूह हो सकती है।
सुरक्षा और पारदर्शिता पर जोर
चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी हो। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। ईवीएम (EVM) और वीवीपैट (VVPAT) के उपयोग को लेकर व्यापक प्रशिक्षण और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
क्या कहता है चुनावी इतिहास?
2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस का खाता नहीं खुला था। इस बार क्या समीकरण बनेंगे, यह देखने वाली बात होगी।
जनता की उम्मीदें
दिल्ली की जनता की प्राथमिकता इस बार भी बुनियादी सुविधाएं, रोजगार, प्रदूषण नियंत्रण और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे होंगे। इसके साथ ही, विभिन्न पार्टियों की रणनीतियां और उम्मीदवारों का चुनावी अभियान मतदाताओं को प्रभावित करेगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 एक दिलचस्प और हाई-प्रोफाइल राजनीतिक मुकाबले का मंच बनने जा रहा है। अरविंद केजरीवाल, आतिशी, संदीप दीक्षित और प्रवेश वर्मा जैसे दिग्गज नेता मैदान में हैं, जिनकी राजनीतिक किस्मत का फैसला अगले महीने दिल्ली के मतदाता करेंगे।