कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने पर देश में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। अब इस बीच इस मामले में जर्मनी ने दखल देकर राजनीति में एक नया हंगामा खड़ा कर दिया। दरअसल, राहुल गांधी की सांसदी जाने के मामले पर बीते दिन ही जर्मनी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भारत को ज्ञान देने की कोशिश की थी। इस पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए जर्मनी को धन्यवाद कहा था। दिग्विजय सिंह के इसे बयान को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है।
दरअसल, अपने देश के मामले में दूसरे देशों को दखल देने के लिए धन्यवाद कहने को लेकर जहां बीजेपी, दिग्विजय सिंह पर भड़क उठी है। तो वहीं पूर्व कांग्रेसी कपिल सिब्बल को भी उनका ये बयान रास नहीं आया। उन्होंने दिग्विजय सिंह को नसीहत देते हुए कहा है कि ये हमारी अपनी लड़ाई है। हमें विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं है।
कपिल सिब्बल ने दी सलाह
कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए कहा- “दिग्विजय सिंह कहते हैं कि भारत में लोकतंत्र से कैसे समझौता किया जा रहा है, इस पर ध्यान देने के लिए बर्लिन (जर्मनी) को धन्यवाद। लेकिन मेरे विचार से हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है। हमें विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं है। हमारी लड़ाई हमारी अपनी है और इसमें हम साथ हैं।“
यह भी पढ़ें: “मैं पप्पू की तरह नहीं हूं…” राहुल गांधी को लेकर ललित मोदी ने क्यों ऐसा कहा? दी ये धमकी
Digvijaya Singh :
Thanked Berlin for " taking note of how democracy is being compromised in India"My thought :
We don’t need crutches to walk ahead
We don’t need endorsements from abroadOur fight is our own and in that we are together
— Kapil Sibal (@KapilSibal) March 31, 2023
दिग्विजय सिंह ने कहा था- थैंक्यू जर्मनी
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सांसदी जाने पर बीते दिन जर्मनी के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने एक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि हमने राहुल गांधी के खिलाफ फैसले और संसद सदस्यता खत्म होने के मामले को देखा है। जितना हम जानते हैं राहुल गांधी फैसले के खिलाफ अपील करने की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि जर्मनी ये उम्मीद करता है कि इस मामले में ‘न्यायिक स्वतंत्रता के मानक और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत’ लागू किए जाएंगे।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस पर अपनी प्रसन्नता जाहिर की और साथ ही साथ जर्मनी को धन्यवाद भी कहा। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा- “धन्यवाद, जर्मनी विदेश मंत्रालय और रिचर्ड वॉकर, जिन्होंने इस पर ध्यान दिया कि किस तरह से राहुल गांधी को निशाना बनाने के लिए लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है।”
दूसरी तरफ बीजेपी इस पर बिफर पड़ी। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, किरेन रिजिजू और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिग्विजय के बयान पर आपत्ति जताई। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसे देश का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी देश के भीतर भारत की लोकतांत्रिक, राजनीतिक और कानूनी लड़ाई लड़ने में विश्वास नहीं करते हैं, इसलिए वो विदेशी ताकतों को हमारे आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने का न्योता देते हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू पलटवार किया है। रिजिजू ने कहा कि विदेशी ताकतों को भारत के अंदरूनी मामलों में दखल देने के लिए आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद राहुल गांधी। याद रखें, भारतीय न्यायपालिका विदेशी दखल से प्रभावित नहीं हो सकती। भारत अब विदेशी ताकतों के दखल को बर्दाश्त नहीं करेगा क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
यह भी पढ़ें: वीर सावरकर को लेकर राहुल गांधी की टिप्पणी पर बढ़ा विवाद: ठाकरे गुट हुआ खफा, क्या गठबंधन पर पड़ेगा असर?