Ujjain Rape Case: मध्य प्रदेश के उज्जैन में घटित हुई एक वीभत्स रेप घटना ने हाल ही में पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव कुणाल चौधरी ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को आलोचना का निशाना बनाया है। चौधरी ने आरोप लगाया है कि दोनों नेताओं ने खुद को “राजा” समझ लिया है और वे अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से मांग की है कि वे इस शर्मनाक घटना के लिए माफी मांगें और इस्तीफा दें।
क्या है मामला ?
कुणाल चौधरी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि उज्जैन, जो कि एक धार्मिक नगरी के रूप में जाना जाता है और जहां से मुख्यमंत्री और गृहमंत्री आते हैं, वहां खुलेआम सड़क पर एक महिला के साथ रेप किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जो घटना की गंभीरता को दर्शाता है। चौधरी ने यह सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री शहर में होते हुए भी कानून व्यवस्था को बेहतर क्यों नहीं बना पा रहे हैं।
ये भी पढ़ें : Supreme Court ने संदीप घोष की याचिका को किया खारिज, घोष पर लगे है वित्तीय अनियमितताओं के आरोप
मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त | Ujjain Rape Case
चौधरी का कहना है कि मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। वे पूछते हैं कि “बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ” का नारा देने वाले नेता वास्तव में किस तरह की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं, जब प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को भी कठघरे में खड़ा किया और कहा कि कानून व्यवस्था को धता दिखाकर माफिया तंत्र सक्रिय हो गया है, जबकि वीआईपी सुरक्षा में तैनात लोग जनता की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
फुटपाथ पर महिला के साथ हुए रेप
इस बीच, उज्जैन में कोयला फाटक चैराहा के फुटपाथ पर महिला के साथ हुए रेप की घटना के बारे में जानकारी मिली है। घटना बुधवार को हुई थी, लेकिन वीडियो गुरुवार को वायरल हुआ। पीड़ित महिला को पुलिस थाने लाया गया और एफआईआर दर्ज की गई। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने शादी का झांसा देकर पहले शराब पिलाई और फिर नशे की हालत में उसके साथ बलात्कार किया।
इस घटना ने न केवल प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं बल्कि पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताओं को भी जन्म दिया है। कांग्रेस के नेताओं और अन्य विपक्षी दलों ने इसे लेकर प्रदेश सरकार की विफलता को उजागर किया है और मांग की है कि इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।