कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर ‘बजरंग दल’ को लेकर सियासत खूब तेज होती नजर आई। कर्नाटक के बाद अब लगता है कि मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी ये मुद्दा काफी जोरो-शोरों से तूल पकड़ने वाले हैं। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह ने एक बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश में अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो BJP और बजरंग दल के उन नेताओं के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज़ कर जेल भिजवाएंगे, जिन पर पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोप लगे हैं।
‘कर्नाटक के नतीजों का पड़ेगा असर’
दिग्विजय सिंह ने इस दौरान मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार को भी निशाने पर लिया। उन्होंने शिवराज सरकार पर कर्नाटक से ज्यादा भ्रष्टाचार में संलिप्तता के आरोप लगाए और दावा किया कि कर्नाटक के नतीजों का गहरा असर मध्य प्रदेश के चुनावों पर पड़ेगा। दिग्विजय ने कहा कि एमपी में इस बार शिवराज सरकार के खिलाफ 2018 से भी ज्यादा सत्ता विरोधी लहर है। जिस तरह से ख़रीद -फरोख्त कर चुनी हुई कांग्रेस सरकार गिराई गई, उससे लोग बहुत ज़्यादा नाराज़ हैं। मैं इस बात को पूरी तरह से कह सकता हूं कि एमपी में 2023 में कमलनाथ जी के नेतृत्व में हमारी सरकार सत्ता में आएगी और हमने जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करेंगे। दिग्विजय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में हुए एक-एक भ्रष्टाचार के प्रकरण की पोल खोली जाएगी। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने 15 महीने की कांग्रेस की सरकार के कामों को भी गिनाया।
पीएम मोदी पर भी बरसे दिग्विजय
इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से न करवाए जाने को संसदीय परंपराओं के विपरीत बताया। उन्होंने कहा कि संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से न करवाना BJP की मानसिकता को दिखाता है। वो आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान कर रही है। मध्य प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी तब नए विधानसभा भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति डॉ. शंकरदयाल शर्मा ने ही किया था और इस कार्यक्रम में विपक्ष के नेता विक्रम वर्मा भी उपस्थित थे. यह भारतीय लोकतंन्र की परंपरा रही है जिसे BJP समाप्त करने पर तुली है।