कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल के “ गीता में जिहाद ” वाले बयान की भारतीय जनता पार्टी और हिंदूवादी संगठनों ने कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल के बयाने को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर हिंदू विरोधी होने की बात को फिर दोहराया है। इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने शिवराज पाटिल के गीता पर दिए बयान से किनारा कर लिया है।
जयराम रमेश ने किया ट्वीट
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम ठाकुर ने शिवराज पाटिल को अस्विकार्य बताया। उन्होंने कहा कि हमारे वरिष्ठ सहयोगी शिवराज पाटिल ने जो भी कुछ टिप्पणी की, वह अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, कांग्रेस का रुख स्पष्ट है कि भगवत गीता भारतीय सभ्यता का एक प्रमुख आधारभूत स्तंभ है। अपने ट्वीट में कांग्रेस नेता जमराम रमेश ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू इस दौरान उन्होंने ट्विटर पर पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुस्तक ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ के अंश को भी साझा किया। कांग्रेस के नेता जयराम रमेश भले ही पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल के बयान गलत बताया हो पर शिवराज के इस पाटिल को बयाने को लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस पार्टी को घेरने में लगी है।
बीजेपी ने कांग्रेस को बताया हिंदू विरोधी
भाजपा ने कांग्रेस के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया है। भाजपा ने शिवराज पाटिल और कांग्रेस पार्टी को मांफी मांगने को कहा है। विश्व हिंदू परिषद ने भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल के गीता में जिहाद बयान की आलोचना की है।
क्या था शिवराज पाटिल का बयान ?
दरअसल, राजधानी दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह पाटिल ने कहा था कि गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को जिहाद की शिक्षा दी थी। पाटिल ने इसके साथ ही पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान कहा था कि जिहाद सिर्फ कुरान या गीता में नहीं है, बल्कि ईसाईयों में भी जिहाद के बारे में लिखा गया है। शिवराज पाटिल के इसी बयाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उनपर निशाना साधा है। बीजेपी का कहना है कि शिवराज पाटिल और कांग्रेस को इसके लिए मांफी मांगनी चाहिए।