महमूद इतने सक्षम कलाकार थे की कोई भी सीन करने से पहले कोई रिहर्सल नहीं करते थे लेकिन जब सीन खत्म होता तो उनके लिए तालियाँ जरूर बजतीं थीं। यहीं वजह रही की उस जमाने के सभी बड़े एक्टरों के साथ फिल्मी पोस्टरों पर इनकी तस्वीर जरूर हुआ करती थी। जिससे दर्शक खींचे चले आते थे और फिल्म सफल हो जाती थी।
दूसरी तरफ किशोर कुमार के हरफनमौला अंदाज के कायल थे महमूद । किशोर कुमार की एक्टिंग ने उन्हे इतना प्रभावित किया था कि किशोर को ध्यान में रखकर उन्होंने फिल्म-“पड़ोसन” तथा “साधू और शैतान” का निर्माण किया। ये अलग बात है की जब किशोर ने फिल्मों का निर्माण किया तो कभी महमूद को कोई रोल ऑफर नहीं किया।
एक बार साथी एक्टर “बीरबल” ने मज़ाक में महमूद से पूछा था की क्या कोई ऐसा एक्टर है जिसकी एक्टिंग से आपको डर लगता हो ? तो इसपर महमूद साहब ने गंभीर होते हुये कहा था की मैं लगभग सभी अभिनेताओं की सीमाएं जानता हूँ लेकिन “किशोर कुमार” के बारे में कुछ पता ही नहीं चलता की वो अपने किरदार के साथ कब क्या कर जाएँ । एक किशोर की एक्टिंग ही है जो मुझे डराती है।
गायिकी से जुड़ा एक दिलचस्प वाक्या- फिल्म पड़ोसन के एक गाने- “
एक चतुर नार करके सिंगार” से जुड़ा है। गाने में पड़ोसी युवक को गीत-संगीत मे हराने के लिए एक्ट्रेस “सायरा बानो” अपने संगीत गुरु महमूद को लातीं हैं, तब महमूद और सुनील दत्त (जिनके लिए पीछे से किशोर कुमार गा रहे होते हैं) के बीच में टक्कर होती है, जिसमें महमूद हार जाते हैं। इसके लिए जब महमूद ने गायक “मना डे” से संपर्क किया और बताया की गानें मे आपको किशोर कुमार से हार जाना है तो वे भड़क गए और बोले की कौन सा ऐसा सुर है जिसे मैं नहीं गा सकता और किशोर मुझसे बेहतर गा लेगा। तब महमूद ने अनुरोध करते हुये कहा की इसे आप निजी तौर पर नहीं लें और फिल्म की जरूरत को समझे। खैर, काफी मिन्नतों के बाद मन्ना डे गाने के लिए तैयार तो हो गए पर एक शर्त रख दी कि गाने में जहां-जहां भी सुर गड़बड़ होने वाली जगह आएगी वहां वे नहीं गाएंगे, इस तरह गाने में जहां-जहां भी सुर लड़खड़ाते हैं, या अटकते हैं वहां पर महमूद की आवाज रखीं गई है। यहां बता देना जरूरी है कि यह वही गाना है जिसे फिल्म -पड़ोसन से लगभग 27 साल पहले फिल्म “झूला” के लिए अशोक कुमार की आवाज में रिकॉर्ड किया गया था और उन्हीं पर फिल्माया भी गया था। तभी किशोर कुमार ने सोच लिया था कि इस गाने को दोबारा कभी ना कभी किसी फिल्म में इस्तेमाल जरूर करेंगे, बस पड़ोसन फिल्म में उन्हें ये मौका मिल गया, और एक बार फिर किशोर कुमार ने महमूद की घबराहट बढ़ा दी थी।
(वही किशोर कुमार के मुताबिक वे महमूद के सामने कुछ भी नहीं थे)
स्त्रोत : न्यूज़वेब साइट एवं सोशल मीडिया