पहलगाम आतंकी हमले के बाद पर्यटक अपने-अपने घरों की तरफ जाने लगे हैं। इसकी वजह से सड़कों पर जाम जैसी स्थिति है। जम्मू-कश्मीर के CM Omar Abdullah ने एक्स हैंडल पर कहा कि पहलगाम में कल हुए दुखद आतंकी हमले के बाद घाटी से हमारे मेहमानों का पलायन देखना दिल दहला देने वाला है, लेकिन साथ ही हम पूरी तरह से समझते हैं कि लोग क्यों जाना चाहते हैं। DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्रालय अतिरिक्त उड़ानों को व्यवस्थित करने के लिए काम कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने जारी की एडवाइजरी
मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने एडवाइजरी का एक पत्र एक्स हैंडल पर शेयर करते हुए कहा कि पहलगाम में हुई घटना के बाद, अपने घर लौटने के इच्छुक पर्यटकों की ओर से अप्रत्याशित मांग की गई है। इस संबंध में, एयरलाइनों को सलाह दी जाती है कि वे बढ़ती मांग के जवाब में उड़ानों की संख्या बढ़ाने के लिए त्वरित कार्रवाई करें और साथ ही श्रीनगर से भारत भर के विभिन्न गंतव्यों तक निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करें, ताकि फंसे हुए पर्यटकों को निकाला जा सके। एयरलाइनों से यह भी अनुरोध किया जाता है कि वे रद्दीकरण और पुनर्निर्धारण शुल्क माफ करने पर विचार करें। जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, “पहलगाम में हुए घृणित आतंकवादी हमले से बहुत दुखी हूं. निर्दोष नागरिकों के खिलाफ क्रूरता का यह बर्बर और मूर्खतापूर्ण कृत्य हमारे समाज में कोई स्थान नहीं रखता. हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं.”
It’s heartbreaking to see the exodus of our guests from the valley after yesterday’s tragic terror attack in Pahalgam but at the same time we totally understand why people would want to leave. While DGCA & the Ministry of Civil Aviation are working to organise extra flights,… pic.twitter.com/5O3i5U1rBh
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) April 23, 2025
मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान
जम्मू कश्मीर के सीएमओ कार्यालय की ओर से इस बारे में कहा गया कि हम खोए हुए अनमोल जीवन पर शोक व्यक्त करते हैं. आतंकी हमले में निर्दोश नागरिकों की मौत से हुए क्षति की भरपाई कोई भी धनराशि नहीं कर सकती है. इसके बावजूद जम्मू जम्मू कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिजनों की सहायता के लिए 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्णय लिया है.
सीएमओ ने अपने बयान में कहा है कि पीड़ितों को उनके घरों तक वापस ले जाने के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं. घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा प्रदान की जा रही है. हम शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. जम्मू जम्मू कश्मीर सरकार दुख की इस कठिन समय में आपके साथ है. आतंकवाद हमारे संकल्प को कभी नहीं तोड़ पाएगा. हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक कि इस बर्बरता के पीछे के लोगों को न्याय के कटघरे में नहीं लाया जाता।
NH-44 एक तरफ से खोला गया
सीएम ने कहा कि श्रीनगर और जम्मू के बीच NH-44 को एक ही दिशा में यातायात के लिए फिर से जोड़ा गया है। मैंने प्रशासन को श्रीनगर और जम्मू के बीच यातायात को सुगम बनाने का निर्देश दिया है ताकि पर्यटक वाहन निकल सकें। यह नियंत्रित और व्यवस्थित तरीके से करना होगा। हम सभी फंसे हुए वाहनों को निकालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हम इस समय वाहनों की पूरी तरह से मुक्त आवाजाही की अनुमति नहीं दे पाएंगे और हमें उम्मीद है कि हर कोई हमारा सहयोग करेगा।