Kangana Ranaut: बॉलीवुड इंडस्ट्री की जानी मानी एक्ट्रेस कंगना रनौत इन दिनों सुर्खियों में छाई हुई हैं। कंगना अपनी अदाकारी के साथ-साथ अपने बातों को बेबाकी से रखने के लिए भी जानी जाती हैं। वहीं फिल्मों में अपना हाथ आजमाने के बाद अब एक्ट्रेस राजनीति भी बखूबी समभाल रही हैं।
वहीं एक्ट्रेस अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर लगातार लाइमलाइट में छाई हुई हैं। इस फिल्म को 6 सितंबर को रिलीज किया जाना था, लेकिन सर्टिफिकेट न मिलने के चलते इसकी रिलीज पर रोक लग गई है। वहीं सेंसर बोर्ड ने उन्हें फिल्म में 13 कट लगाने के लिए कहा है। अब इस पर कंगना ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि टीम फिल्म की प्रामाणिकता बनाए रखने के लिए दृढ़ है।
फिल्म में 13 कट लगाने पर सामने आया कंगना का रिएक्शन
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सेंसर बोर्ड की संशोधन समिति ने फिल्म में 13 कट लगाने का आदेश दिया और इसे यू/ए सर्टिफिकेट जारी किया। इनमें कथित तौर पर एक अस्वीकरण जोड़ना, कुछ संवाद और दृश्य हटाना और फिल्म में ऐतिहासिक संदर्भों का समर्थन करने के लिए तथ्य प्रदान करना शामिल है।
कंगना ने कहा, ‘हमें कट के लिए अनुरोध प्राप्त हुए हैं, प्रतिक्रिया का हमेशा स्वागत है, लेकिन कुछ सुझाव काफी अनुचित लगते हैं। अच्छी बात यह है कि अधिकांश इतिहासकारों और समीक्षा समिति के सदस्यों ने इसे एक नेता के सबसे भरोसेमंद चित्रण के रूप में सराहा है।
उन्होंने विशेष रूप से सच्चाई के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की है, जिसमें छोटी से छोटी बात से भी समझौता नहीं किया गया है। उनका समर्थन उत्साहजनक है, यह पुष्टि करते हुए कि हमने कहानी को वैसा ही सम्मान दिया है जैसा वह हकदार है।
फिर भी, हम अपनी बात पर कायम रहने और फिल्म की अखंडता की रक्षा करने के लिए तैयार हैं। साथ ही यह सुनिश्चित करते हैं कि इसका सार बरकरार रहे।’
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इस तारिक को होगी अलगली सुनवाई
‘इमरजेंसी’ तब विवादों में घिर गई है, जब शिरोमणि अकाली दल समेत सिख संगठनों ने इसकी रिलीज पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया है कि इसमें समुदाय को गलत तरीके से पेश किया गया है और ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है।
फिल्म के सह-निर्माता जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीएफसी को फिल्म के लिए प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश देने की मांग की है। हाल ही में सीबीएफसी ने बॉम्बे हाई कोर्ट को बताया कि अगर फिल्म में कुछ कट लगाए जाते हैं, जैसा कि इसकी संशोधन समिति ने सुझाया है तो फिल्म को सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा।
सीबीएफसी के वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने कहा, ‘समिति ने सर्टिफिकेट जारी करने से पहले कुछ कट लगाने का सुझाव दिया है और फिल्म को रिलीज किया जा सकता है।’ फिल्म की टीम ने इस बात पर निर्णय लेने के लिए समय मांगा कि वे कट्स के साथ आगे बढ़ेंगे या नहीं। पीठ ने मामले की अगली सुनवाई 30 सितंबर को तय की है।