इस साल भारत में वनडे वर्ल्ड कप खेला जाना है। सभी टीमें इसकी तैयारी में जुट गई हैं। भारत के लिए ये साल काफी अहम रहने वाला है। इसके दो प्रमुख कारण है। पहला कारण ये है कि भारत इस साल वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है। चूंकि भारत 2011 के बाद से वनडे में कोई वर्ल्ड कप नहीं जीता है, इसलिए भारतीय टीम चाहेगी कि इस साल किसी भी हालत में ट्रॉफी अपने नाम करें और इंतजार के सूखे को खत्म करे। ये उसका दूसरा प्रमुख कारण है।
चोटिल भारतीय खिलाड़ियों की संख्या बढ़ी
पिछले कुछ समय में भारत को खिलाड़ियों के चोटिल होने की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ा है। जसप्रीत बुमराह से लेकर श्रेयस अय्यर तक, भारतीय टीम के खिलाड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है। हाल ही में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया से तीन मैचों की वनडे सीरीज में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 21 रन से हराकर 2-1 से सीरीज अपने नाम की। पूरी सीरीज में नंबर 4 पर बल्लेबाजी कमजोर दिखी। चोटिल श्रेयस अय्यर की जगह टीम में शामिल सूर्यकुमार यादव तीनों ही मैच में शून्य पर आउट हुए। इसपर कहा जा रहा है कि अगर श्रेयस अय्यर होते तो मैच का रुख शायद अलग होता।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने दिए विपरीत बयान
ऐसे में कई पूर्व क्रिकेटर्स का कहना है कि वर्ल्ड कप के लिए तय खिलाड़ियों को आईपीएल जैसे टूर्नामेंट से आराम लेना चाहिए, ताकि वह अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए तरोताजा रह सकें। हालांकि, भारतीय कप्तान रोहित ने इसके विपरीत बयान दिए हैं। कप्तान रोहित को नहीं लगता है कि कोई खिलाड़ी वर्कलोड मैनेज करने के लिए आईपीएल से दूर होगा। मालूम हो कि दुनिया के सबसे बड़े टी20 लीग आईपीएल की शुरुआत 31 मार्च से होने जा रही है।
कप्तान रोहित ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा वनडे गंवाने के बाद कहा- यह चिंता का विषय है। हमें उन खिलाड़ियों की कमी खल रही है जो वास्तव में प्लेइंग-11 के खिलाड़ी हैं।
कप्तान ने वर्कलोड मैनेजमेंट पर की बात
इसके बाद रोहित ने चोटिल होने की समस्याओं पर बात की। उन्होंने कहा- हमारी ओर से हम सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। जाहिर है जब आप इतना क्रिकेट खेलते हैं तो चोट लगना तय है। चोट कभी भी लग सकती है, श्रेयस अय्यर सबसे अच्छा उदाहरण हैं। वह पूरे दिन बैठे रहे और जैसे ही प्रैक्टिस करने गए, उन्हें चोट लग गई। इसके बारे में आप कुछ नहीं कर सकते, केवल एक चीज जो हम ध्यान में रख सकते हैं वह है खिलाड़ियों का मैनेजमेंट और उन्हें पर्याप्त ब्रेक देना।
वहीं भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया कि सूर्यकुमार बुरे दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन उन्होंने सूर्या का समर्थन भी किया। रोहित ने कहा- उन्होंने इस सीरीज में तीन मैचों में केवल तीन गेंदें खेलीं हैं। मुझे नहीं पता कि इस पर कितना गौर करना है। ईमानदारी से कहूं तो उन्होंने तीन अच्छी गेंदें खेलीं। वह जानते हैं कि उन्हें क्या करना है। वह स्पिन को बहुत अच्छी तरह से खेलते हैं। हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है। इसलिए हमने उन्हें तीसरे वनडे में टीम में रखा और अंतिम 15-20 ओवरों के लिए वह भूमिका दी जहां वह अपना खेल खेल सके, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। यह किसी के भी साथ हो सकता है।