Budget 2025: आज शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में 2025-26 का बजट पेश करते हुए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा तो नहीं दिया है, लेकिन राज्य के विकास और राजनीतिक महत्व को ध्यान में रखते हुए 7 बड़ी घोषणाएं की हैं। इन घोषणाओं के जरिए बिहार के विभिन्न क्षेत्रों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है। यह कदम नीतीश कुमार की सरकार के लिए राह आसान करने वाला माना जा रहा है, क्योंकि नीतीश केंद्र सरकार में प्रमुख हिस्सेदार हैं और बिहार में केंद्रीय सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने नीतीश कुमार के चेहरे पर ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, और इन घोषणाओं को चुनावी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। बीजेपी और नीतीश कुमार की एनडीए गठबंधन सरकार का मुकाबला इंडिया गठबंधन से होगा। 2020 के चुनाव में एनडीए ने काफी करीबी मुकाबले में जीत हासिल की थी। इस बार प्रशांत किशोर की पार्टी भी चुनावी मैदान में उतर सकती है, जिससे चुनाव त्रिकोणीय होने की संभावना है।
बिहार के लिए 7 बड़ी घोषणाएं
- मखाना बोर्ड का गठन:
केंद्र सरकार ने मखाना बोर्ड बनाने की घोषणा की है। मखाना बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र की प्रमुख फसल है और इसके निर्यात और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए यह बोर्ड बनाया जाएगा। इससे किसानों को मखाना की खेती के लिए प्रोत्साहन मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी। - आईआईटी पटना का विस्तार:
आईआईटी पटना का विस्तार करने की घोषणा की गई है। इसके तहत नई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी और सीटों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। आईआईटी पटना की स्थापना 2008 में हुई थी और यह बिहार के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण संस्थान है। - नेशनल फूड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट:
बिहार में नेशनल फूड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट खोले जाने की घोषणा की गई है। यह संस्थान जमुई या हाजीपुर में स्थापित किया जा सकता है। इससे खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिलेगा। - वेस्टर्न कोसी कैनाल परियोजना:
वेस्टर्न कोसी कैनाल परियोजना के लिए अलग से बजट आवंटित किया गया है। इस परियोजना से बिहार के दरभंगा और मधुबनी जिलों में सिंचाई की सुविधा में सुधार होगा। यह परियोजना लंबे समय से लंबित थी और इसकी घोषणा से स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी। - बिहटा एयरपोर्ट का विस्तार:
बिहटा एयरपोर्ट के विस्तार की घोषणा की गई है। यह एयरपोर्ट अभी निर्माणाधीन है और इसे आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इससे बिहार के इस हिस्से में यातायात सुविधाओं में सुधार होगा। - पटना एयरपोर्ट का विस्तार:
पटना एयरपोर्ट के विस्तार की भी घोषणा की गई है। पटना बिहार की राजधानी है और यहां एक आधुनिक एयरपोर्ट की मांग लंबे समय से की जा रही थी। इस विस्तार से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। - 3 नए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट:
बिहार में 3 नए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाने की घोषणा की गई है। ये एयरपोर्ट भागलपुर, राजगीर और सोनपुर में प्रस्तावित हैं। इन एयरपोर्ट्स के बनने से राज्य के इन क्षेत्रों में यातायात और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
चुनावी महत्व
इन घोषणाओं का सीधा संबंध बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव से है। बीजेपी और नीतीश कुमार की जदयू गठबंधन सरकार ने पिछले चुनाव में करीबी मुकाबले में जीत हासिल की थी। इस बार भी एनडीए गठबंधन मजबूत स्थिति में है, लेकिन इंडिया गठबंधन और प्रशांत किशोर की पार्टी की मौजूदगी से चुनावी समीकरण बदल सकते हैं।
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केंद्र सरकार की इन घोषणाओं को बिहार के विभिन्न क्षेत्रों को साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। मखाना बोर्ड से मिथिलांचल, वेस्टर्न कोसी कैनाल से सीमांचल, और एयरपोर्ट्स के विस्तार से शहरी क्षेत्रों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है। इन घोषणाओं के जरिए बीजेपी और नीतीश कुमार की सरकार बिहार के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है।
केंद्र सरकार की ये घोषणाएं बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, लेकिन इन्हें चुनावी रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है। बिहार में आगामी चुनाव में एनडीए गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने के लिए ये कदम उठाए गए हैं। हालांकि, विपक्षी दल इन घोषणाओं को चुनावी वादे के रूप में देख रहे हैं और उनका कहना है कि इन्हें जमीन पर उतारने की जरूरत है। बिहार के मतदाताओं के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि इन घोषणाओं का कितना लाभ उन्हें मिल पाता है।