Budget 2024: केंद्र सरकार ने मंगलवार को संसद में आम बजट 2024-25 पेश किया. बजट 2024-25 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया। मंगलवार को बजट पेश किए जाने के दौरान वित्त मंत्री ने “महिला केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम का जिक्र किया। ऐसे में लोग ये जानने को इच्छुक हैं कि आखिर ये प्रोग्राम क्या है। वर्तमान युग में महिलाओं की भूमिका केवल घर तक सीमित नहीं रह गई है।
“महिला केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम”
वे हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं और समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण पहल है “महिला केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम”। इस लेख में हम इस प्रोग्राम के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे और यह जानेंगे कि कैसे यह महिलाओं के जीवन में बदलाव ला रहा है।
महिला केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम क्या है ? | Budget 2024
महिला केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम सरकार और विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों द्वारा चलाए जाने वाले ऐसे कार्यक्रम हैं जिनका उद्देश्य महिलाओं को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित करना है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को विभिन्न उद्योगों में रोजगार के योग्य बनाया जाता है, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें।
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महिला सशक्तिकरण : इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है। विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित होकर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकती हैं।
रोजगार के अवसर : इस योजना के माध्यम से महिलाओं को रोजगार के अधिक अवसर प्राप्त होते हैं। प्रशिक्षित महिलाएं विभिन्न उद्योगों में नौकरी प्राप्त कर सकती हैं या अपना व्यवसाय शुरू कर सकती हैं।
महिला केंद्रित स्किलिंग योजना के उद्देश्य |Budget 2024
समाज में योगदान: यह योजना महिलाओं को समाज में सम्मान और पहचान दिलाने में मदद करती है। आत्मनिर्भर महिलाएं समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।
महिला केंद्रित स्किलिंग योजना के लाभ |Budget 2024
आर्थिक स्वतंत्रता: इस योजना के तहत प्रशिक्षित महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो सकती हैं। वे अपने परिवार की आर्थिक जिम्मेदारियों को निभा सकती हैं और अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं प्रदान कर सकती हैं।
स्वावलंबन: कौशल प्राप्त करने के बाद महिलाएं स्वावलंबी बन सकती हैं। वे अपने खुद के व्यवसाय शुरू कर सकती हैं और दूसरों को भी रोजगार प्रदान कर सकती हैं।
सामाजिक सम्मान: इस योजना के माध्यम से महिलाएं समाज में सम्मान और पहचान प्राप्त करती हैं। आत्मनिर्भर महिलाएं समाज में अपनी एक अलग पहचान बना सकती हैं।
महिला केंद्रित स्किलिंग योजना के लिए पात्रता
महिला केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं। इनमें शामिल हैं:
आयु सीमा: इस योजना का लाभ 18 से 50 वर्ष की आयु की महिलाएं उठा सकती हैं।
शैक्षणिक योग्यता: योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए महिलाओं को कम से कम 8वीं पास होना आवश्यक है।
भारतीय नागरिकता: इस योजना का लाभ केवल भारतीय नागरिक महिलाएं ही उठा सकती हैं।
महिला केंद्रित स्किलिंग योजना प्रमुख स्किलिंग प्रोग्राम
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY): यह योजना महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करती है। इसके तहत उन्हें सर्टिफिकेट भी दिया जाता है, जो रोजगार प्राप्त करने में सहायक होता है।
महिला शक्ति केंद्र (MSK): इस योजना के तहत महिलाओं को विभिन्न प्रकार के व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान किए जाते हैं। इससे वे आत्मनिर्भर बन सकती हैं और समाज में अपनी पहचान बना सकती हैं।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM): इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। इसके माध्यम से वे अपने गांव में ही रोजगार प्राप्त कर सकती हैं।
उद्यमिता विकास संस्थान (EDI): यह संस्थान महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करता है। इसके तहत उन्हें व्यापार शुरू करने के लिए आवश्यक ज्ञान और संसाधन प्रदान किए जाते हैं।
महिला केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम के लिए आवेदन प्रक्रिया:
महिला केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम के लिए आवेदन करना बहुत ही सरल है। निम्नलिखित कदमों का पालन करके महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकती हैं:
ऑनलाइन पंजीकरण: सबसे पहले, आवेदक को संबंधित योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करना होता है।
दस्तावेज़ अपलोड: पंजीकरण के बाद, आवेदक को आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करना होता है, जैसे पहचान पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र आदि।
केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद, आवेदक को ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होता है और सबमिट करना होता है।
प्रशिक्षण केंद्र का चयन: आवेदन जमा करने के बाद, आवेदक को प्रशिक्षण केंद्र का चयन करना होता है जहां वे प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहती हैं।
महिला केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम के कुछ सफल उदाहरण
राधिका देवी: राधिका ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत ब्यूटी पार्लर मैनेजमेंट का कोर्स किया और अब वह अपने गांव में अपना ब्यूटी पार्लर चला रही हैं। इस योजना ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाया और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार किया।
सविता कुमारी: सविता ने महिला शक्ति केंद्र के तहत सिलाई का प्रशिक्षण प्राप्त किया और अब वह अपने गांव में सिलाई का काम कर रही हैं। इससे उन्हें अच्छी आय हो रही है और वे अपने परिवार की मदद कर रही हैं।
महिला केंद्रित स्किलिंग प्रोग्राम महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के माध्यम से महिलाएं विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित हो सकती हैं और आत्मनिर्भर बन सकती हैं। यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाती है बल्कि उन्हें समाज में सम्मान और पहचान भी दिलाती है। इसलिए, यह आवश्यक है कि अधिक से अधिक महिलाएं इस योजना का लाभ उठाएं और अपने जीवन को सुधारें।