कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अक्सर ही अपने बयानों के जरिए विवाद खड़ा करते नजर आए हैं। लंदन के कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए लेक्चर में राहुल ने जो कुछ कहा, वो लगातार चर्चाओं का हिस्सा बना हुआ है। इसको लेकर राहुल पर आरोप लग रहे हैं कि वो भारत की छवि को विदेश में खराब करने का प्रयास करते नजर आते हैं।
इस बीच राहुल का एक और बयान सुर्खियों में आ गया है, जो उन्होंने RSS को लेकर दिया है। दरअसल, राहुल गांधी ने RSS को कट्टरवादी और फासीवाद संगठन बताते हुए इसकी तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से कर दी।
राहुल गांधी का बयान
राहुल ने कहा कि RSS की वजह से भारत में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की प्रकृति पूरी तरह से बदल गई है। यह एक फासीवाद संगठन है जिसने भारत के सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है। इस दौरान राहुल ये भी कहते हुए नजर आए कि यह मुस्लिम ब्रदरहुड की तर्ज पर बनाया गया है।
आपको बता दें कि मुस्लिम ब्रदरहुड मिस्त्र का सबसे पुराना और बड़ा इस्लामी संगठन है। साल 1928 में इसकी स्थापना की गई थी। संगठन का मुख्य उद्देश्य देश के शासन को इस्लामी कानून यानी शरिया के आधार पर चलाना है। संगठन पर आतंकवाद को भी बढ़ावा देने के आरोप लगते आए हैं। 9/11 अमेरिकी हमले के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन भी पहले मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य था।
यही कारण है कि राहुल के इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। बीजेपी ने राहुल पर पलटवार करते हुए कहा है कि जवाहरलाल नेहरू RSS को पसंद नहीं करते थे, लेकिन उन्होंने संगठन की देशभक्ति को देखकर मजबूर हो गए और उन्हें गणतंत्र दिवस की परेड में बुलाना पड़ा था।
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी यूरोप और अमेरिका से भारत में लोकतंत्र बचाने के लिए दखल देने को कह रहे हैं। देश में सरकार भले ही किसी की भी हो, लेकिन हम हमेशा विदेशी ताकत के भारत में आंतरिक हस्तक्षेप को लेकर विरोधी रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से सवाल किया कि क्या वो राहुल के इस बयान का समर्थन करते हैं? इसका जवाब दें। साथ ही उन्होंने इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी से सवाल किया कि क्या वो राहुल के इस बयान का समर्थन करते हैं?
आपको बता दें कि राहुल ने लैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए गए अपने लेक्चर में और भी बहुत कुछ कहा था। राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर देश को बर्बाद करने का आरोप लगाया। उन्होंने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि भारत में लोकतंत्र पर सीधा प्रहार किया जा रहा है। यहां मीडिया और न्यायपालिका पर कब्जा हो गया। विपक्षी नेताओं पर केस किए जा रहे हैं। मेरे पर भी ऐसे कई मामले में केस हो रखे हैं। हम लोग भारत में लगातार दबाव महसूस कर रहे हैं। सरकार पर जो कोई भी सवाल उठाता है, उसे धमका दिया जाता है।
केवल इतना ही नहीं राहुल गांधी ने इस दौरान उनकी जासूसी करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पेगासस से उनकी भी जासूसी की गई है। इन्होंने दावा किया कि बड़ी संख्याओं में राजनेताओं के फोन में पेगासस है। मुझे खुफिया अधिकारियों ने बताया कि फोन पर संभलकर बात करें, क्योंकि हम इसे रिकॉर्ड कर रहे हैं। उनके इस बयान पर काफी विवाद हो रहा है।