Recently updated on September 17th, 2024 at 06:45 pm
Bjp: जम्मू-कश्मीर में 10 साल के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर विधानसभा चुनाव की तैयारी हो रही है, और सभी राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत झोंक चुके हैं। इन चुनावों का विशेष महत्व है, क्योंकि यह राज्य 2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव का सामना कर रहा है। इन चुनावों में कुल 90 सीटों पर तीन चरणों में मतदान होगा, जिसमें 18 सितंबर, 25 सितंबर, और 1 अक्टूबर को मतदान प्रक्रिया संपन्न होगी। चुनावों के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
बीजेपी की तैयारी और राम माधव का दावा
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर अपनी पार्टी की स्थिति पर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इन चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी और जम्मू क्षेत्र में 35 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर घाटी में भी बीजेपी सीटें जीतकर इतिहास रचेगी। राम माधव ने बीजेपी द्वारा किए गए कार्यों का हवाला देते हुए यह विश्वास जताया कि पार्टी को जनता का पूरा समर्थन मिलेगा।
राम माधव ने विशेष रूप से यह उल्लेख किया कि पिछले पांच सालों में कश्मीर में बहुत सारे विकास कार्य हुए हैं, जिसमें आर्टिकल 370 को हटाना एक ऐतिहासिक कदम था। यह कदम घाटी में शांति, विकास और तरक्की सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया था। उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 के हटने के बाद कश्मीर में विकास की लहर शुरू हुई, जो समय के साथ और भी मजबूत होती जाएगी। माधव ने यह भी याद दिलाया कि 2014 के चुनाव में बीजेपी ने 25 सीटें हासिल की थीं, और इस बार पार्टी का लक्ष्य उस से कहीं अधिक है।
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विपक्ष पर तीखा हमला
राम माधव ने अपनी चुनावी रैली के दौरान विपक्षी दलों पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जम्मू-कश्मीर की अगली सरकार राष्ट्रवादी लोगों की होगी, न कि एंटी-नेशनल ताकतों की। माधव ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि घाटी में मुफ्ती और अब्दुल्ला परिवार की सरकार अब दोबारा सत्ता में नहीं आ पाएगी। उन्होंने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) पर तीखे शब्दों में प्रहार करते हुए कहा कि घाटी में एनसी और पीडीपी के लिए पूर्व आतंकवादी खुलेआम प्रचार कर रहे हैं।
माधव ने पीडीपी और एनसी पर यह आरोप लगाया कि वे जम्मू-कश्मीर को फिर से उसी पुराने रास्ते पर ले जाना चाहते हैं और आर्टिकल 370 की बहाली की बात करते हैं, जो कि अब संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 को हटाकर बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर के बहुत से वर्गों को उनके अधिकार और आरक्षण का लाभ दिया है, और इस धारा की बहाली अब किसी भी हालत में नहीं हो सकेगी। माधव ने यह भी दावा किया कि बीजेपी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में स्थायी शांति और विकास सुनिश्चित किया जाएगा।
कांग्रेस पर आरोप
राम माधव ने कांग्रेस पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर झूठे वादे करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने का वादा कर रही है, जो कि सिर्फ एक चुनावी चाल है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे कांग्रेस पर भरोसा न करें, क्योंकि सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिला सकते हैं। माधव ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि वह जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने की क्षमता नहीं रखती, और कांग्रेस सिर्फ झूठी बातों से जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है।
माधव ने इस बात पर जोर दिया कि बीजेपी राज्य का दर्जा बहाल करने के पक्ष में है, लेकिन यह प्रधानमंत्री मोदी की सरकार के तहत ही होगा। उन्होंने जनता को याद दिलाया कि बीजेपी जम्मू-कश्मीर के विकास और स्थायित्व के लिए प्रतिबद्ध है और पार्टी के पास एक स्पष्ट विजन है।
चुनावी अभियान और जनता से अपील
राम माधव ने जनता से अपील की कि वे बीजेपी को एक मजबूत जनादेश दें ताकि राज्य में विकास की प्रक्रिया को और तेज किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू में बीजेपी को कम से कम 35 सीटें जीतनी होंगी ताकि पार्टी यहां सत्ता में आ सके। माधव ने कहा कि पार्टी ने जम्मू और कश्मीर, दोनों ही क्षेत्रों में मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं, और पार्टी का लक्ष्य राज्य की सत्ता में आना है। उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर घाटी में भी बीजेपी के 20 उम्मीदवार मैदान में हैं, जो कि पार्टी की रणनीति का हिस्सा हैं।
राम माधव ने चुनावी रैली में रविंदर रैना का उदाहरण देते हुए कहा कि विधानसभा में ऐसे कई राष्ट्रवादी विधायकों की आवश्यकता है जो भारत विरोधी ताकतों का मुकाबला कर सकें। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसे राष्ट्रवादी उम्मीदवारों को चुनें जो कश्मीर घाटी में शांति और विकास को बढ़ावा दे सकें।
बीजेपी की रणनीति और भविष्य की दृष्टि
बीजेपी की रणनीति जम्मू-कश्मीर के आगामी चुनावों में स्पष्ट रूप से राष्ट्रवाद और विकास के मुद्दों पर केंद्रित है। राम माधव ने अपने भाषण में बीजेपी द्वारा किए गए कार्यों का बखान करते हुए यह संकेत दिया कि पार्टी कश्मीर घाटी में भी अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। यह स्पष्ट है कि बीजेपी ने इस चुनाव को एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा है, जहां उसे राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अपने राष्ट्रवादी एजेंडे को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
माधव का यह दावा कि बीजेपी जम्मू में 35 सीटें जीतेगी और कश्मीर घाटी में भी जीत दर्ज करेगी, पार्टी की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्षी दल पीडीपी, एनसी और कांग्रेस इस चुनौती का सामना कैसे करते हैं, और क्या बीजेपी अपने दावों के अनुरूप परिणाम हासिल कर पाती है या नहीं।
जम्मू-कश्मीर के आगामी विधानसभा चुनाव न केवल राज्य के लिए बल्कि पूरे देश के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। यह चुनाव राज्य के भविष्य की दिशा तय करेगा, खासकर 2019 में आर्टिकल 370 के हटने के बाद की राजनीतिक स्थिति में। बीजेपी ने अपनी राष्ट्रवादी रणनीति और विकास के एजेंडे को प्राथमिकता दी है, और पार्टी ने राज्य में सत्ता हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। अब यह देखना बाकी है कि जनता किसे चुनती है और जम्मू-कश्मीर का राजनीतिक परिदृश्य कैसा आकार लेता है।