Delhi MCD : हाल ही में हुए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव में बड़े उलटफेर देखने को मिले। दिल्ली एमसीडी में चल रहे बीजेपी के 15 सालों के शासनकाल को एक झटके में आम आदमी पार्टी ने समाप्त कर दिया। केंद्र की पार्टी बीजेपी ने जीतने के लिए कई हथकंडे अपनाए लेकिन दाल न गली। चुनाव को टालने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतने में नाकाम रही। हालांकि, इस हार के बाद भी बीजेपी खुशियां मना रही है। पार्टी का मानना है कि चुनाव में चाहे जो कुछ भी नतीजा रहा है, मेयर तो उसी का ही बनने वाला है। इस चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख़ 27 दिसंबर है।
6 जनवरी को होगा मेयर का चुनाव
अब मेयर चुनाव का समय भी ज्यादा दूर नहीं है। अगले साल 6 जनवरी को दिल्ली नगर निगम की पहली बैठक होने जा रही है। उस बैठक में ही मेयर का चुनाव भी किया जाएगा। मेयर के साथ ही डिप्टी मेयर का भी चुनाव उस दिन हो जाएगा। ये चुनाव सीक्रेट बैलेट पेपर के ज़रिए संपन्न कराए जाएंगे। हालांकि, इस बार मेयर का कार्यकाल सिर्फ तीन महीने ही रहने वाला है। ऐसे में जो भी पार्षद मेयर पद के लिए चुने जाएंगे, उनका कार्यकाल 31 मार्च 2023 को समाप्त हो जाएगा।
सिर्फ 3 महीना होगा कार्यकाल
दरअसल, डीएमसी एक्ट की धारा दो (67) के अनुसार एमसीडी का अप्रैल माह के प्रथम दिन से वर्ष शुरू होता है और इस तरह 31 मार्च को वर्ष समाप्त हो जाता है। क्यूंकि इस बार का चुनाव लेट से हुआ, लिहाजन 31 मार्च के बाद दूसरा महापौर चुना जाएगा। ये पहली ऐसी नगरपालिका होगी जहां पर 250 पार्षद बैठेंगे। पहला एक साल तो महिला के लिए रिजर्व रहने वाला है। फिर उसके बाद अनारक्षित वर्ग से मेयर चुना जाएगा, फिर आरक्षित वर्ग से आएगा, आखिर में फिर अनारक्षित वर्ग के लिए से किसी को मौका दिया जाएगा। यानी कि इस मेयर पद पर हर वर्ग को अपनी सेवा देने का मौका मिलेगा।
इस चुनाव में कुल 273 वोट्स
इस चुनाव में कुल 273 वोट्स हैं। यानी कि सभी निर्वाचित पार्षद वोट डालेंगे। सभी सात लोकसभा और तीन राज्यसभा सांसद अपने वोटिंग अधिकार का इस्तेमाल करेंगे और विधानसभा के 13 सदस्य भी वोट डालेंगे। इस बार के एमसीडी चुनाव की बात करें तो आम आदमी पार्टी ने 134 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, बीजेपी ने कड़ी टक्कर जरूर दी लेकिन 104 सीट पर ही जीत दर्ज कर पाई। 250 वार्ड वाली एमसीडी में 126 पर बहुमत था। ऐसे में आप को सरकार बनाने में कोई दिक्कत नहीं हुई।