Bihar Crime: हत्यारे पिता ने ली बीमार बेटी की जान, डब्बे में मासूम के शव मिलने पर मचा हड़कंप

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Bihar crime: बिहार की राजधानी पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र के अंतर्गत काजीपुर रोड नंबर दो पर शुक्रवार की रात पुलिस ने ढाई माह की बेटी की हत्या कर सब्जी के डिब्बे में शव छुपाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

पिता बना हत्यारा

मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक नैंसी के पिता भरत यादव ने गला दबा कर उसकी हत्या कर दी। दरअसल, बच्ची के दिल में छेद था और उसकी बीमारी पर काफी पैसा खर्च किया जा चुका था। भरत ने इस उद्देश्य के लिए कई लोगों से पैसे उधार लिए थे। लेकिन डॉक्टरों ने बीमारी को लेकर अतिरिक्त खर्च की जानकारी दी तो भरत परेशान हो गया। बीमार बेटी से तंग आकर आरोपी पिता ने अपनी ही ढाई साल की बेटी को मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं हत्या के बाद उसने शव को रात में छुपाने के लिए किचन में रखे सब्जी के डिब्बे में रख दिया था।

सच्चाई जानकर परिवार को लगा सदमे

एसएचओ बिमलेंदु कुमार ने बताया कि, भरत यादव ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और शनिवार को उसको सजा सुनाई जाएगी। उधर, सच्चाई का पता चलने पर परिवार के लोग सकते में आ गए। पुलिस इस मामले को लेकर आगे की कार्रवाई कर रही है।

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घर में ही मिली बच्ची की लाश

इस मामले को लेकर पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि, बुधवार को बच्ची के लापता होने की खबर मिलते ही जांच पड़ताल शुरू की गई। जिसके बाद पुलिस को किचन से वनस्पति के डिब्बे से मासूम का शव मिला, शव को देखकर सभी हैरान रह गए। वहीं मासूम के गले पर निशान देखकर ये साफ हो गया कि बच्ची की निर्मम तरीके से हत्या की गई है।

वारदात के समय मृतक नैन्सी की माँ बाथरूम थी, और उसके पिता उसकी देखभाल कर रहे थे। जब मां बाथरूम से बाहर निकली तो उसे बच्ची नहीं मिली। इसके बावजूद भरत ने तुरंत पुलिस से संपर्क नहीं किया। दोपहर में परिजनों व पड़ोसियों के दबाव में उसने थाने को सूचना दी।

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साथ ही निवास से जिस कपड़े के जार में उसका गला घोंटा गया था उसे बरामद कर लिया गया है। इन दोनों कारकों ने भरत पर पुलिस के संदेह को बढ़ा दिया, लेकिन ठोस सबूत और घटना के कारण का पता चलने तक उसे गिरफ्तार नहीं किया गया।

बीमारी पर खर्च करने से बचने के लिए उठाया बड़ा कदम

पुलिस ने घरवालों से बारी-बारी से पूछताछ की तो पता चला कि बच्ची को दिल की बीमारी है और उसकी मेडिकल रिपोर्ट भी ली गई थी। भरत अंडे बेचता था और उन्होंने अपनी बेटी के इलाज पर काफी पैसा खर्च कर दिया थी। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस को जांच करने की एक दिशा मिली। पुलिस साक्ष्य जुटाने के साथ ही भरत की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। शुक्रवार को पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद पुलिस ने भरत को गिरफ्तार कर लिया।

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