Bird Flu : हर वर्ष केरल में सितंबर से दिसंबर माह के बीच बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं, जिससे राज्य में बर्ड फ्लू फैलने का संकट बना रहता है। खासतौर पर केरल के कुट्टनाड क्षेत्र में प्रवासी पक्षियों की बड़ी संख्या देखी जाती हैं। यहां पर लगभग चार लाख पोल्ट्री फार्म है, जहां बड़े पैमाने पर मुर्गी पालन किया जाता है। इसलिए हर साल यहां बर्ड फ्लू का संक्रमण तेजी से फैलता हैं। इस बार भी यहां बड़ी संख्या में मुर्गियों की मौत हो रहीं है।
1,800 मुर्गियों की हुई मौत
जानकारी के मुताबिक बीते दिन केरल के कोझिकोड जिले में बर्ड फ्लू (Bird Flu) के संक्रमण के कारण लगभग 1,800 मुर्गियों की मौत हुई हैं। माना जा रहा है कि मरने वाली सभी मुर्गियों में H5N1 वैरिएंट पाया गया है। बता दें कि एक सरकारी पोल्ट्री फार्म में ये वायरस तेजी से फैल रहा है, जिसको जिला पंचायत द्वारा संचालित किया जाता हैं। फिलहाल इस फार्म में 5000 से ज्यादा मुर्गियां है।
हालांकि संक्रमण (Bird Flu) का पता चलते ही केरल की पशुपालन मंत्री जे चिंचु रानी ने अधिकारियों को वेरिएंट को रोकने के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स के तहत जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए है।
ये भी पढ़े : क्या हवा में मौजूद हैं Omicron के सभी वेरिएंट्स ?
लगभग 3000 मुर्गियों को मारा गया
शुरुआती जांच में सभी मुर्गियों में बर्ड फ्लू का संक्रमण ही लग रहा है। लेकिन ज्यादा जानकारी के लिए सभी सैंपल को भोपाल की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज लैब में भेजा गया हैं। बता दें कि इससे पहले भी केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के दो गांवों में लगभग 3000 मुर्गियों को मारा गया था। माना जा रहा था कि इन सभी मुर्गियों में बर्ड फ्लू का संक्रमण (Bird Flu) देखा गया है। इसलिए पशुपालन विभाग के आदेश पर ये फैसला लिया गया था।