Bangladeshi infiltrators in India: दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर दिल्ली पुलिस और नगर निगम (एमसीडी) ने इस अभियान को प्राथमिकता दी है। एमसीडी ने इस अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए अपने स्तर पर कई निर्देश जारी किए हैं, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य और अतिक्रमण जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
पुलिस और एमसीडी का समन्वित प्रयास
दिल्ली पुलिस पहले से ही घुसपैठियों की पहचान और उनके दस्तावेजों की जांच में जुटी है। अब एमसीडी के शामिल होने से यह प्रक्रिया तेज और व्यापक होगी। एमसीडी के उपायुक्त (मुख्यालय) ने इस संबंध में सभी क्षेत्रीय उपायुक्तों और विभाग प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि वे इस अभियान को गंभीरता से अमल में लाएं और रिपोर्ट मुख्यालय को प्रस्तुत करें।
शिक्षा विभाग पर जोर | Bangladeshi Infiltrators in India
एमसीडी ने अपने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं कि निगम स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के दस्तावेजों की गहन जांच की जाए। खासकर उन इलाकों में, जहां घुसपैठियों के रहने की सूचना है, स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों के दस्तावेजों की सख्त जांच की जाएगी। दाखिला के समय जमा किए गए दस्तावेजों की सत्यता सुनिश्चित की जाएगी।
जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की जांच
बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की घटनाओं को रोकने के लिए एमसीडी ने विशेष अभियान शुरू किया है।
- नए आवेदनों की गहन जांच: स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया है कि नए प्रमाण पत्र जारी करने से पहले सभी दस्तावेजों का सख्ती से सत्यापन किया जाए।
- पुराने रिकॉर्ड की जांच: पुराने प्रमाण पत्रों की जांच के लिए शिकायतों के आधार पर सत्यापन अभियान चलाया जाएगा। यदि किसी व्यक्ति द्वारा गलत दस्तावेजों के आधार पर प्रमाण पत्र जारी करवाने की पुष्टि होती है, तो वह प्रमाण पत्र तुरंत रद्द कर दिया जाएगा।
अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई
घुसपैठियों द्वारा सरकारी भूमि और सड़कों पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए एमसीडी विशेष अभियान शुरू करेगी। सभी जोनल उपायुक्तों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाएं। इस दौरान बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उनकी जानकारी दिल्ली पुलिस और विदेशी पंजीकरण कार्यालय (एफआरओ) को दी जाएगी।
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संदिग्ध क्षेत्रों पर विशेष निगरानी
एमसीडी ने उन क्षेत्रों पर निगरानी बढ़ा दी है, जहां बांग्लादेशी घुसपैठियों की उपस्थिति की संभावना अधिक है। स्कूलों, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों के आसपास विशेष जांच अभियान चलाए जा रहे हैं।
बैठक और दिशा-निर्देश
12 दिसंबर को दिल्ली सरकार के गृह विभाग के प्रधान सचिव और एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त की बैठक में इस अभियान को तेज और प्रभावी बनाने के लिए रणनीति तय की गई। बैठक के निर्देशों के अनुसार, सभी जोनल उपायुक्तों और विभाग प्रमुखों को अपने क्षेत्रों में सक्रियता से अभियान चलाने के आदेश दिए गए हैं।
भविष्य की योजनाएं
एमसीडी और पुलिस का यह संयुक्त अभियान केवल पहचान और दस्तावेजों की जांच तक सीमित नहीं रहेगा।
- अवैध गतिविधियों की रोकथाम: जिन क्षेत्रों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की गतिविधियां दर्ज की गई हैं, वहां सख्त निगरानी रखी जाएगी।
- संपर्क और कार्रवाई: घुसपैठियों की पहचान होने के बाद एमसीडी पुलिस और एफआरओ के साथ मिलकर कार्रवाई करेगी।
- सार्वजनिक जागरूकता: लोगों को जागरूक किया जाएगा कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई का यह अभियान राज्य और स्थानीय प्रशासन के समन्वित प्रयासों का उदाहरण है। एमसीडी द्वारा दस्तावेजों के सत्यापन और अतिक्रमण हटाने के कार्य से पुलिस को सहायता मिलेगी, जिससे यह अभियान और प्रभावी होगा। एमसीडी और पुलिस की यह पहल दिल्ली में अवैध गतिविधियों को नियंत्रित करने और सार्वजनिक संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।