Bangladesh Political Crisis And India: पड़ोसी देश बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेश के पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसने दक्षिण एशियाई राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। उनके इस्तीफे ने न केवल बांग्लादेश की राजनीति को प्रभावित किया है, बल्कि इसके प्रभाव भारत पर भी पड़ सकते हैं। इस संदर्भ में, भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस मुद्दे पर महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें भारत के कल के कदमों की भी जानकारी दी गई है।
शेख हसीना का इस्तीफा
बांग्लादेश बड़े संकट के मुहाने पर खड़ा है। शेख हसीना प्रधानमंत्री पद छोड़कर भारत आ गई हैं। उन्होंने बांग्लादेश छोड़ दिया है और अब भारत में हैं। पड़ोसी देश होने के नाते भारत की बांग्लादेश के हालात पर पैनी नजर है। शेख हसीना का इस्तीफा एक अप्रत्याशित घटना थी, जिसने बांग्लादेश के राजनीतिक परिदृश्य को हिला कर रख दिया।
हसीना, जो पिछले कुछ दशकों से बांग्लादेश की राजनीति में एक प्रमुख भूमिका निभा रही थीं, ने व्यक्तिगत और राजनीतिक कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया। उनके इस निर्णय ने बांग्लादेश की राजनीति में एक शून्य उत्पन्न कर दिया है, जिससे देश में अनिश्चितता का माहौल बन गया है।
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भारत की त्वरित प्रतिक्रिया | Bangladesh Political Crisis And India
शेख हसीना के इस्तीफे के तुरंत बाद, भारत सरकार ने इस पर त्वरित प्रतिक्रिया दी। भारत जो हमेशा से बांग्लादेश के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखता आया है, ने इस घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बयान जारी कर शेख हसीना के योगदान की सराहना की और बांग्लादेश की स्थिरता और समृद्धि के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
विदेश मंत्री जयशंकर का बयान
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान दिया। उन्होंने कहा, “शेख हसीना का इस्तीफा बांग्लादेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक और रणनीतिक संबंध हैं, और हम इस घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं।” विदेश मंत्री ने राज्यसभा में कहा कि शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भारत सरकार से संपर्क किया था।
जयशंकर ने आगे कहा कि भारत ने बांग्लादेश में स्थिरता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को समर्थन देने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि भारत ने कल एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की थी, जिसमें बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की गई और भविष्य की रणनीति तैयार की गई।
भारत ने उठाए महत्वपूर्ण कदम | Bangladesh Political Crisis And India
सुरक्षा बलों की तैनाती: भारत ने बांग्लादेश के साथ अपनी सीमा पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। बीएसएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
राजनयिक प्रयास: भारत ने बांग्लादेश के राजनयिकों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखा है और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। भारतीय राजदूत ने बांग्लादेश के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और स्थिति का जायजा लिया।
आर्थिक समर्थन: भारत ने बांग्लादेश की आर्थिक स्थिरता को बनाए रखने के लिए अपने सहयोग को और मजबूत करने का वादा किया है। व्यापार और निवेश के क्षेत्र में नए अवसरों की तलाश की जा रही है ताकि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को सहारा मिल सके।