India-Bangladesh: अगरतला स्थित बांग्लादेश के राजनयिक मिशन में तोड़फोड़ की घटना को लेकर बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया है। भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा करीब चार बजे बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय पहुंचे। बांग्लादेश की मीडिया के मुताबिक प्रणय वर्मा बांग्लादेश के कार्यवाहक विदेश सचिव रियाज हमीदुल्ला से मिलने पहुंचे। विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने भी भारतीय उच्चायुक्त को तलब करने की बात स्वीकार की। वहीं बांग्लादेश के अगरतला स्थित बांग्लादेश सहायक उच्चायोग में वीजा और काउंसलर सेवाओं को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी से भड़का प्रदर्शन
गौरतलब है कि हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमलों के विरोध में, पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में सोमवार को हजारों की संख्या में लोगों ने व्यापक प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी बांग्लादेश के सहायक उच्चायोग में कथित तौर पर घुस गए और कथित तौर पर तोड़फोड़ की। विदेश मंत्रालय ने इस घटना को बहुत खेदजनक बताया है।
मंगलवार को सरकार के विधि मामलों के सलाहकार ने कहा कि अगरतला की घटना भारत सरकार की “विफलता” है। विधि मामलों के सलाहकार आसिफ नजरुल ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, “भारत को यह समझना चाहिए कि यह शेख हसीना का बांग्लादेश नहीं है।”
बांग्लादेश में हालात हुआ बेकाबू
बता दें कि नौकरियों में आरक्षण से जुड़े विवाद को लेकर अवामी लीग के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध के कारण बांग्लादेश में हालात बेकाबू हो गया। अपदस्थ हुईं प्रधानमंत्री शेख हसीना 5 अगस्त को भारत चली गई थीं। उसके तीन दिन बाद, नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यभार संभाला। पहले तो कहा गया कि बहुत जल्द चुनाव कराए जाएंगे जिसके बाद एक नई सरकार का गठन किया जाएगा। लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो पाया है। लगता नहीं है कि यूनुस ऐसा चाहते हैं।
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