Saturday, November 23, 2024
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Baba Siddiqui murder case: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड से क्या है बिश्नोई गैंग का कनेक्शन , क्या कहते हैं रिपोर्टस

Baba Siddiqui murder case: मुंबई में हाल ही में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की गूंज पूरे देश में है। इस हत्याकांड के तार कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ रहे हैं। कई नए खुलासों के बाद पुलिस ने जांच का दायरा लॉरेंस बिश्नोई के कनेक्शन की ओर बढ़ा दिया है। जानकारी के मुताबिक, बाबा सिद्दीकी को मारने का ऑर्डर पंजाब की जेल से आया था और इसमें महाराष्ट्र के कई जिलों से जुड़े लोगों की संलिप्तता की बात सामने आई है।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का अपराध साम्राज्य

लॉरेंस बिश्नोई गैंग लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय रहा है। इसके खिलाफ हथियार तस्करी, हत्या, वसूली और अन्य गंभीर अपराधों में मामले दर्ज हैं। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में इस गैंग का प्रभाव देखा गया है। इस गैंग के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, जिसमें बाबा सिद्दीकी की हत्या भी अब जुड़ चुकी है। इस हत्याकांड के पीछे का मास्टरमाइंड कौन है, इसकी पुष्टि होना अभी बाकी है, लेकिन शक की सुई लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई और अन्य प्रमुख साथियों की ओर इशारा कर रही है।

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हत्या की योजना कैसे बनी ?

जांच में सामने आया है कि हत्याकांड की पूरी योजना पुणे में बिश्नोई के गुर्गे शुभम लोणकर और उसके भाई प्रवीण लोणकर ने बनाई थी। शुभम पहले भी हथियार तस्करी के मामले में गिरफ्तार हो चुका है और अनमोल बिश्नोई से उसके संबंध जगजाहिर हैं। हत्या की इस योजना को अंजाम देने के लिए शुभम ने हरियाणा के अपराधी गुरमेल, और यूपी के शिवकुमार और धर्मराज कश्यप की मदद ली। ये तीनों नए शूटर थे, जिन्हें लोणकर बंधुओं ने अपराध के रास्ते पर धकेल दिया।

बिश्नोई गैंग के आदेश पर हत्या

पुलिस के मुताबिक, यह हत्या सीधे तौर पर बिश्नोई गैंग की ओर से की गई थी। अनमोल बिश्नोई और शुभम के बीच सोशल मीडिया के माध्यम से बातचीत हुई थी, जिसमें हत्या के आदेश की पुष्टि हुई। हालांकि, इस बार विशेष जांच का विषय यह भी है कि पंजाब की जेल में बैठे बिश्नोई गैंग के गुर्गों से यह आदेश कैसे आया।

हत्याकांड की योजना का खुलासा

यह घटना एक पूर्व नियोजित योजना का हिस्सा थी। हत्याकांड को अंजाम देने के लिए शुभम और प्रवीण ने स्थानीय स्तर पर शिवकुमार और धर्मराज जैसे नौसिखिए शूटरों की मदद ली। दोनों शूटरों को 6 दर्जन बुलेट्स और एक मिर्च स्प्रे दिया गया था ताकि वे अपने टारगेट को मार सकें और आसानी से भाग सकें। हत्याकांड के दिन शिवकुमार ने जल्दीबाजी में फायरिंग कर दी, जिससे योजना में गड़बड़ी आ गई और केवल 6 बुलेट ही इस्तेमाल हो सकी।

हत्या के मास्टरमाइंड की खोज

मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस हत्याकांड का असली मास्टरमाइंड कौन है। जानकारी के अनुसार, पुणे में लोणकर बंधुओं ने पहले ही योजना बना ली थी और जीशान अख्तर के माध्यम से लॉजिस्टिक सपोर्ट की व्यवस्था की थी। जीशान अख्तर, जो खुद एक बड़ा अपराधी है, हत्याकांड का हिस्सा नहीं बनना चाहता था।

बिश्नोई गैंग के बढ़ते प्रभाव से सुरक्षा एजेंसियां चिंतित

इस हत्याकांड के जरिए यह स्पष्ट हो चुका है कि बिश्नोई गैंग अपने विस्तार में महाराष्ट्र के कई हिस्सों को शामिल कर चुका है। उनके गुर्गे अब पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ महाराष्ट्र में भी सक्रिय हो चुके हैं। क्राइम ब्रांच और मुंबई पुलिस की टीम अब यह सुनिश्चित करने में लगी है कि इस गैंग का नेटवर्क टूटे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बिश्नोई गैंग का नाम उभरने से यह मामला और गंभीर हो गया है। पुलिस इस मामले में अनमोल बिश्नोई और उसके गैंग के संपर्कों की जांच कर रही है।

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