एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव (Surekha Yadav runs Vande Bharat) सुर्खियों में हैं। सुरेखा ने अपने नाम एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज करा ली है। दरअसल, उन्होंने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन किया है। इसके साथ ही वह देश की पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं, जिन्होंने वंदे भारत ट्रेन दौड़ाई। सोमवार को सुरेखा ने सोलापुर स्टेशन और मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल के बीच ट्रेन दौड़ाई। इन्होंने जिस वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन किया, वो सोलापुर से तय समय पर रवाना हो गई थी, जबकि निश्चित समय से 5 मिनट पहले ही अपने निर्धारित स्थान पर पहुंच गई थी। उनकी इस उपलब्धि पर पूरे देश में चर्चा हो रही है और मध्य रेल ने उन्हें सम्मानित भी किया।
रेल मंत्री ने साझा की तस्वीरें
वहीं केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पर ट्वीट करते हुए उनकी प्रशंसा की है। रेल मंत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट से कुछ तस्वीरें साझा की और उन्होंने लिखा- “नारी शक्ति द्वारा संचालित वंदे भारत। श्रीमती सुरेखा यादव भारत की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस की लोको पायलट है।”
Vande Bharat – powered by Nari Shakti.
Smt. Surekha Yadav, the first woman loco pilot of Vande Bharat Express. pic.twitter.com/MqVjpgm4EO
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) March 13, 2023
आपको बता दें कि सुरेखा ने 34 सालों तक रेलवे को अपनी सेवा दी हैं। 57 साल की सुरेखा ने 2 वर्ष पूर्व महिला दिवस के अवसर पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की इच्छा जाहिर की थी। उनकी इस इच्छा को पूरा किया गया और वंदे भारत संचालित करने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई, जिसको उन्होंने सफलतापूर्वक पूरा भी किया।
आपको बता दें कि सुरेखा महाराष्ट्र के सतारा की रहने वाली हैं। साल 1989 में बतौर सहायक संचालक उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी। वो केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे एशिया की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर हैं। फिर 1996 में सुरेखा को मालगाड़ी चलाने का मौका मिला। इसके बाद उन्होंने कई ट्रेनें पटरी पर दौड़ाई हैं। साल 2000 में जब ममता बनर्जी देश की रेल मंत्री थीं, तब उन्होंने लेडीज स्पेशल लोकल ट्रेन शुरू की थी। इसके चालक दल का हिस्सा सुरेखा भी थी।