Arvind Kejriwal Arrested : ईडी ने भले ही अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा तय किया गया है कि अरविंद केजरीवाल ही मुख्यमंत्री रहेंगे। क्योकि भारतीय संविधान में कही भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का कोई भी प्रावधान नहीं हैं। दिल्ली विधानसभा स्पीकर ने कहा कि केजरीवाल की सरकार चलती रहेगी। ED चाहें तो हमें भी गिरफ्तार कर सकती है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केजरीवाल से दो घंटे कीलम्बी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया हैं।
दिल्ली मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी की तैयारी काफी लम्बे समय से चल रही थी ED ने केजरीवाल को आखिरकार 10 समन के बाद अरेस्ट किया है। गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोई राहत नहीं दी थी इसके बाद शाम को ED ने मुख्यमंत्री आवास पर छापेमारी कर 2 घंटे की लम्बी तलाशी और पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है।अब दिल्लीवासी के मन में ये सवाल उठ रहे होंगे की दिल्ली सरकार का क्या होगा, किस तरह से दिल्ली की सरकार चलेगी।
कुछ दिन पहले झारखण्ड के मुख्यमंत्री को भी ED ने गिरफ्तार किया था ,तब उन्होंने इस्तीफा दे दिया था और पार्टी के दूसरे सदस्य को मुख्यमंत्री पद सौपा था। दिल्ली में भी ये अटकले लगाई जा रही है कि केजरीवाल भी अपना मुख्यमंत्री से इस्तीफा देकर किसी और को दिल्ली का नया CM बनायेगें।
अरविन्द केजरीवाल बाले ही गिरफ्तार हो गए है ,लेकिन संविधान में ऐसी कोई भी प्रावधान नहीं है की आप जेल में रहकर सरकार नहीं चला सकते है। आम आदमी पार्टी के नेताओ का कहना है की केजरीवाल ही हमारे और दिल्ली के मुख्यमंत्री रहेंगे। भारतीय कानून में ये बताया गया है कि दोषी साबित होने से पहले तक कोई भी नेता जेल में रहते हुए मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक पद से इस्तीफा नहीं दे सकता है और जेल में रह कर ही सरकार को चला सकता है।
इससे ये साबित होता है की अरविन्द केजरीवाल को भी जेल से सरकार चलने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा की केजरीवाल जेल में रहते हुए सरकार चलाएंगे। आगे उन्होंने कहा की बीजेपी चाहती है कि हर कोई जेल में हो और दिल्ली में मिल रही मुफ्त शिक्षा, मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त तीर्थयात्रा और मोहल्ला क्लीनिक बंद हो जाएं। लोगो को मिल रही इन सभी सुविधा से बीजेपी परेशान है की कैसे कोई सरकार अपने राज्य में इतनी मुफ्त सुविधा दे सकता है।
मुख्यमंत्री के कंधों पर कई जिम्मेदारी होते हैं. कैबिनेट की बैठक से लेकर अलग-अलग विभागों के सारे काम काज को देखने के साथ सरकारी फाइलें मंगवाने या आदेश देने का काम होता है. मुख्यमंत्री के तौर पर मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक भी करनी होती है. जेल में रहते हुए ये सभी चीजें संभव नहीं है. जेल नियमावली में जेल से सरकार चलाने का कोई प्रावधान नहीं. तिहाड़ जेल के सूत्रों की मुताबिक, जेल मैनुअल के मुताबिक ही अरविंद केजरीवाल के साथ सब कुछ होगा।
जेल नियमानुसार कोई भी वयक्ति जेल से सिर्फ पत्र ही लिख सकता है वो भी जेल नियम के अनुसार समय समय पर। यदि केजरीवाल जेल में रहते हुए सरकार चलते है तो जेल में कैबिनेट मीटिंग अधिकारियों से सलाह मशवरा और भी कई तरह के महत्वपूर्ण काम कैसे करेंगे। जेल में रहते हुए ये सभी काम संभव नहीं हो पायेगा। शराब नीति घोटालों में पिछले 18 महीनों में आम आदमी पार्टी के 16 लोगो को गिरफ्तार किया गया है।