ChatGPT Ban: दिग्गज कंपनी Apple ने अपने कर्मचारियों को ChatGPT जैसे AI Tools का इस्तेमाल करने से रोक दिया है। कंपनी का कहना है कि इन AI टूल्स के इस्तेमाल से कंपनी का डाटा चोरी हो सकता है। बीते 6 महीने में AI ने दुनिया और देश भर में अपना एक अलग मुकाम बना लिया है। इसी कड़ी में OpenAI ChatGPT ने भी काफी प्रभावित किया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट ChatGPT पर पाबंदी के पीछे Apple का इस बात का डर है कि ChatGPT का इस्तेमाल करने से उनका डेटा हैक हो सकता है।
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‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक Apple के कर्मचारियों को GitHub के एआई प्रोग्रामिंग असिस्टेंट कोपिलॉट (GitHub’s AI programming assistant Copilot) का इस्तेमाल करने से पूरी तरह मना किया है। ब्लूमबर्ग (Bloomberg) के एक रिपोर्टर मार्क गुरमन ने ट्वीट किया है कि ChatGPT Apple के बैन सॉफ्टवेयर की लिस्ट में महीनों से शामिल था।
ChatGPT से डाटा चोरी करना है आसान
आपको बता दें कि Apple के अलावा मॉर्गन, वेरिजोन और अमेजन ने भी OpenAI पर इसी तरह का प्रतिबंध लगाया है। इसमें बताया जाता है कि जब कर्मचारी सिस्टम में OpenAI से सिक्रेट प्रोजेक्ट की जानकारी दर्ज करेंगे, तब इस सिक्रेट जानकारी को OpenAI मॉडरेटर के जरिए देखा जा सकता है और तो और एक रिसर्च में ऐसा दावा किया गया है कि इसके चैट इंटरफेस का उपयोग करके कुछ Language Models से Training Data निकालना भी संभव है। इसके अलावा साइबर हमलों को लेकर ChatGPT कितना संवेदनशील है।
चैटजीपीटी को टक्कर देने के लिए आया एआई टूल बार्ड
मालूम हो कि ओपनएआई के चैटजीपीटी (ChatGPT) को टक्कर देने के लिए दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने अपने एआई टूल बार्ड (Bard) को भारत में लॉन्च किया था। गूगल बार्ड को कुल 180 देशों में जारी किया गया है। 10 मई को आयोजित Google I/O 2023 इवेंट के दौरान गूगल BARD को लॉन्च किया गया। कंपनी के सीईओ ने ऐलान किया कि वो इसे लॉन्च कर रही है। गूगल के इस इवेंट से पहले ही गूगल बार्ड को लेकर काफी चर्चा हो रही थी। खुद कंपनी ने इवेंट में बार्ड को लेकर काफी लंबी बात की। अब ऐसे में देखना होगा कि चैटजीपीटी इसके खिलाफ क्या एक्शन लेता है ?
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