Anurag Kashyap: बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने माने डायरेक्टर अनुराग कश्यप आए दिन सुर्खियों में छाए रहते हैं। अनुराग ने इंडस्ट्री के कई हिट फिल्में दी हैं। साथ ही फैंस भी उनकी फिल्मों की तारीफ करते नहीं थकरते हैं। वहीं अनुराग अक्सर अपने दिए हुए बयानों को लेकर सुर्खियों में छाए रहते हैं।अनुराग ने अपने करियर में कई चर्चित फिल्में बनाई हैं।
वहीं हाल ही में फिल्ममेकर ने फिल्मों के बजट और रेवेन्यू को लेकर खुलकर बात की है। निर्देशक का कहना है कि बॉलीवुड में फालतू खर्च काफी होते हैं। इसके अलावा फिल्में इसलिए भी महंगी हो गईं हैं क्योंकि सितारों की मांग बहुत बढ़ गई है। कश्यप ने कलाकारों की बड़ी मांगों पर हमला बोला है। साथ ही लोगों को संपूर्ण रियलिटी चेक देते नजर आए हैं।
अनुराग ने बजट और रेवेन्यू को लेकर की बात
आपको बता दें कि हाल ही में एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान अनुराग कश्यप ने कहा, ‘लोगों को एक बात समझने की जरूरत है कि जब हम एक फिल्म बनाते हैं, तो हम काम कर रहे होते हैं, हम कुछ बना रहे होते हैं। यह कोई छुट्टी नहीं है, यह कोई पिकनिक नहीं है। फिल्म बनाने में बहुत सारा पैसा खर्च नहीं होता। यह सामान में चला जाता है। यह दल में चला जाता है।
आप जंगल के बीच में शूटिंग कर रहे हैं, लेकिन एक कार विशेष रूप से तीन घंटे दूर शहर में भेजी जाएगी ताकि आपको वह पांच सितारा बर्गर मिल सके जो आप चाहते हैं।’ अनुराग कश्यप ने यह भी कहा कि स्वतंत्र विचारों को समर्थन नहीं मिल रहा है। उन्होंने अपनी बात में जोड़ा, ‘मुख्यधारा में, स्वतंत्र विचार अधिक काम करते हैं। लेकिन बात यह है कि उन्हें समर्थन नहीं मिलता।
आज आप किसी भी अभिनेता, किसी भी स्टार के पास जाइए, वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि यह एक बड़ी फिल्म है या नहीं? यह हिट होगी या नहीं? यह व्यवसाय करेगी या नहीं? अगर स्क्रिप्ट अच्छी है तो उन्हें यह जरूर करना चाहिए। हर कोई यह सोचने लगता है कि फिल्म आने के बाद क्या होगा? लेकिन कोई भी अपनी प्रवृत्ति से नहीं चल रहा है। हम सभी इसमें बुरी तरह फंस गए हैं और सोशल मीडिया इसमें सबसे बड़ा दोषी है।’
अनुराग ने पेश किया सुझाव
गौरतलब है कि फिल्मों के रेवेन्यू पर अनुराग कश्यप ने कहा, ‘फिल्म के बिजनेस ने हर किसी पर कब्जा कर लिया है। हर कोई बॉक्स ऑफिस नंबरों के बारे में बात कर रहा है। आज जब लोग वास्तव में 20 साल पहले की तुलना में कहीं अधिक पैसा कमा रहे हैं, तो उन्हें कमी महसूस होती है।
जब मैं एक लेखक के रूप में काम कर रहा था, तो पूरी फिल्म के लिए मेरी फीस बेहद कम थी, लेकिन मैं आज वैसी फिल्म नहीं बना सकता जैसी मैंने ‘गुलाल’, ‘रमन राघव 2.0’ और ‘अग्ली’ बनाई थी। इसके पीछे का कारण राजनीति के साथ-साथ बजट भी है।’ अनुराग ने सुझाव पेश करते हुए कहा, ‘स्टार्स को अपनी कीमतें रिवाइज करनी होंगी। अब ओटीटी को भी इसका एहसास हो गया है। हर कोई अब लागत में कटौती करना चाहता है। हुआ यह है कि शुरुआत में सभी ने लागत बढ़ा दी, लेकिन अब वे इसमें कटौती करना चाहते हैं।’