Anurag Kashyap: बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप आए दिन लाइमलाइट में छाए रहते हैं। अनुराग अक्सर ही अपने दिए हुए विवादित बयानों को लेकर चर्चा का केंद्र बने रहते हैं, जो उनके लिए मुश्किल खड़ा कर देता है। वहीं अब हाल ही में अनुराग कश्यप ने अपनी बेटी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया हैं।
बता दें कि बाल मनोवैज्ञानिक ने उन्हें बेटी आलिया के साथ रिश्ते सुधारने में मदद की थी। अनुराग को अपनी बेटी से अपने रिश्ते को सुधारने के लिए प्रोफेशनल मदद लेनी पड़ी थी, क्योंकि जब वह बच्ची थी तो उन्होंने आलिया के साथ अच्छे से समय नहीं बिताया। अनुराग ने आलिया के साथ न रह पाने का कारण सिनेमा के प्रति अपने जुनून को बताया
अपनी बेटी को लेकर अनुराग ने किया बड़ा खुलासा
आपको बता दें कि हाल ही में एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान अनुराग ने आलिया के बारे में खुलासा किया और कहा कि उन्हें अपने रिश्ते को सुधारने के लिए प्रोफेशनल मदद लेनी पड़ी, क्योंकि जब वह बच्ची थी तो उन्होंने आलिया के साथ अच्छे से समय नहीं बिताया। उन्होंने आलिया के साथ न रह पाने का कारण सिनेमा के प्रति अपने जुनून को बताया और कहा कि उन्हें बाद में परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने की कीमत समझ में आई।
अनुराग ने बताया, , “मुझे बहुत लंबे समय के बाद यह समझ में आया कि यदि आप अपने अतीत में रहेंगे, तो आपको नुकसान का अनुभव होगा और यदि आप भविष्य के बारे में सोचते रहेंगे तो आपको चिंता महसूस होगी, इसलिए वर्तमान में जिए।” जब फिल्ममेकर से उनकी बेटी आलिया के साथ रिश्ते के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘यह बहुत मुश्किल था।
मैंने अपनी बेटी के साथ उतना समय नहीं बिताया जितना मुझे बिताना चाहिए था, क्योंकि उस समय मेरा पूरा ध्यान सिनेमा पर था। मैं बहुत भावुक था। जैसे-जैसे आप जीवन में आगे बढ़ते हैं, आपको एहसास होता है कि सबसे मूल्यवान चीज परिवार के साथ समय बिताना है, अपने अच्छे दोस्तों को करीब रखना है, खुश रहना सीखना है। और मैं जिंदगी में उस मुकाम पर पहुंच गया हूं… आज जब मेरी बेटी इंटरनेट पर काम करती है तो मुझे समझ नहीं आता कि वह क्या कर रही है।’
बेटी के साथ रिश्ता सुधारने के लिए लेना पड़ा था मनोवैज्ञानिक का सहारा
गौरतलब है कि अनुरान ने आगे बताया कि, “मैं एक बाल मनोवैज्ञानिक के पास गया क्योंकि मैं अपनी बेटी के साथ अपने रिश्ते को सुधारना चाहता था। हमने लड़ाई नहीं की, लेकिन हम एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने मुझसे कहा कि दुनिया बदल गई है, जो लोग आज की पीढ़ी से हैं वे बेहतर जानते होंगे कि दुनिया से कैसे निपटना है क्योंकि यह उनकी दुनिया है, वे इसके मूल निवासी हैं।”